सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) ने गुरुवार को सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया कि वह विस्तारा-एयर इंडिया विलय के लिए टाटा संस के साथ बातचीत कर रही है।
एसआईए ने एक्सचेंज को भेजी सूचना में कहा, ‘अपनी मल्टी हब स्ट्रैटजी के तहत, एसआईए मौजूदा समय में विस्तारा और एयर इंडिया की प्रतिभूतियों से संबंधित संभावित सौदे के लिए टाटा संस के साथ गोपनीय तरीके से बातचीत कर रही है। इस बातचीत में एसआईए और टाटा के बीच मौजूदा भागीदारी को मजबूत बनाने तथा विस्तारा और एयर इंडिया के संभावित एकीकरण की संभावना तलाशी जा रही है।’
विस्तारा में सिंगापुर एयरलाइंस की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है और यह टाटा समूह द्वारा संचालित चार एयरलाइनों में शामिल है। समूह की अन्य एयरलाइनों में एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और एयरएशिया इंडिया शामिल हैं।
जून में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने एयर इंडिया के साथ एयरएशिया के विलय को मंजूरी दी थी। इस विलय के लिए राष्ट्रीय कंपनी विधि पंचाट (एनसीएलटी) की मंजूरी भी जरूरी होगी। दोनों एयरलाइनों के मौजूदा अधिकारी एकीकरण से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा कर रहे हैं।
इसी तरह, टाटा समूह और एसआईए ने बातचीत की प्रक्रिया शुरू की है। दोनों पक्षों द्वारा स्टेक्स पर निर्णय एकीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद लिया जाएगा।
वित्त वर्ष 2022 में, विस्तारा को 5,226 करोड़ रुपये के राजस्व पर 2,031 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। वहीं एयर इंडिया ने 19,815 करोड़ रुपये के राजस्व पर 9,556 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया था। जहां एसआईए भारत को एक महत्वपूर्ण बाजार के तौर पर देखती है, वहीं टाटा समूह एयर इंडिया को अपने विमानन व्यवसाय की मुख्य एयरलाइन बनाना चाहता है।
अगस्त में एयर इंडिया की बाजार भागीदारी 8.4 प्रतिशत थी।