अंतरराष्ट्रीय कार बाजार में छोटी कार बनाने वाली दूसरी सबसे बड़ी जापानी कंपनी सुजुकी मोटर ने भारत में मांग में कमी को देखते हुए चालू वित्त वर्ष में मुनाफे के अपने अनुमान कम कर दिए हैं। इसके पीछे रुपये की घटती कीमत और माल की बढ़ती लागत भी अहम कारणों में शामिल है।
कंपनी ने जारी अपने एक वक्तव्य में कंपनी ने कहा है कि मार्च, 2009 को समाप्त होने वाली तिमाही में कंपनी की शुध्द आय 15 प्रतिशत घटकर लगभग 3,060 करोड़ रुपये रह जाएगी, जो पिछले वित्त वर्ष लगभग 4,100 करोड़ रुपये थी। इससे पहले कंपनी ने लगभग 4,000 करोड़ रुपये आय का अनुमान लगाया था।
जबकि कंपनी ने पहले 4,000 करोड़ रुपये मुनाफे का ही अनुमान लगाया था। सुजुकी ने यूरोप और भारत के अपने बड़े बाजारों में बिक्री में मंदी को देखते हुए अनुमानों में कटौती की है, क्योंकि भारतीय रुपये के मुकाबले मजबूत येन देश में बिक्री से होने वाले मुनाफे को खत्म कर रहा है।
ऑटोमोबाइल उद्योग की शीर्ष संस्था सियाम के अनुसार भारत की कार बिक्री सितंबर को समाप्त हुई छमाही में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले आधी रफ्तार से बढ़ रही है।कंपनी का कहना है कि उसने मौजूदा वित्त वर्ष के अपने परिचालन लाभ के अनुमानों को भी 29 प्रतिशत कम कर लगभग 5,000 करोड़ रुपये कर दिया है और कंपनी ने बिक्री के अपने अनुमानों को 8.6 प्रतिशत से कम कर 1.6 लाख करोड़ रुपये कर दिया है।
कंपनी की वैश्विक वाहनों की बिक्री 0.8 प्रतिशत कम हो कर 23.9 लाख वाहन हो सकती है।