पवन ऊर्जा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सुजलॉन लिमिटेड अपनी 5 से 8 प्रतिशत हिस्सेदारी अंतरराष्ट्रीय निजी इक्विटी (पीई) फर्मों को बेच कर 800 करोड़ से 1,000 करोड़ रुपये तक उगाहने की योजना बना रही है।
सुजलॉन इस रकम का इस्तेमाल अपनी विस्तार योजनाओं और जर्मनी की आरई पावर सिस्टम्स एजी के अधिग्रहण को पूरा करने के लिए करेगी। इस मामले से जुड़े बैंकिंग सूत्रों का कहना है कि कंपनी निजी इक्विटी कंपनियों, जिनमें गोल्डमैन सैक्स और जेनरल अटलांटिक शामिल है, के साथ फंड उगाहने के लिए बातचीत कर रही थी।
उनका कहना है कि एक अन्य प्रमुख निजी इक्विटी ब्लैकस्टोन भी इस दौड़ में शामिल है। मौजूदा समय में सुजलॉन एनर्जी के 6,920 करोड़ रुपये के लगभग बाजार पूंजीकरण पर आधारित अनुमानित मूल्यांकन 80 से 100 प्रतिशत तक का प्रीमियम दिखा सकता है।
कंपनी के शेयर पिछले एक महीने में लगभग 70 प्रतिशत तक अपनी कीमत गंवा चुके हैं। इस साल 21 जनवरी को कंपनी का बाजार मूल्यांकन सबसे ऊंचे स्तर 55,510 करोड़ रुपये था, कंपनी के शेयर के अलग होने के एक दिन के बाद ही सुजलॉन के शेयर 88 प्रतिशत घट गए।
संपर्क करने पर सुजलॉन के प्रवक्ता ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया गोल्डमैन सैक्स और जेनरल अटलांटिक की ओर से प्रतिक्रिया नहीं मिली। हालांकि सुजलॉन के एक मुख्य अधिकारी, ने अपना नाम छुपाए रखने की शर्त पर बताया, ‘हम कई निजी इक्विटी फर्मों से बातचीत कर रहे हैं, लेकिन अभी इस बारे में कुछ बताया नहीं जा सकता।’