पवन ऊर्जा उपकरण की विनिर्माता और सेवा प्रदाता सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड (एसईएल) मौजूदा सावधि ऋणों और नॉन-फंड-बेस्ड लिमिट का पुनर्वित्त करने के लिए दीर्घावधि ऋण के जरिये करीब 3,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है एसईएल ऋणदाताओं को पुनगर्ठित करने, नकद उपयोग की सीमाओं पर बेहतर शर्तों का लाभ उठाने और कारोबार के विकास को बढ़ावा देने के लिए पुनर्वित्त पर विचार कर रही है।
यह नकदी प्रवाह विशेष उद्देश्य के लिए है और मौजूदा या प्रस्तावित कर्ज सुजलॉन समूह के तहत आने वाली कंपनियों के लिए पुनर्गठित या मंजूर किया जा रहा है, जिसमें एसईएल और इसकी चार सहायक कंपनियां शामिल हैं। सावधि ऋण और नॉन-फंड-बेस्ड लिमिट समेत कुल रेटेड सीमा 4,467 करोड़ रुपये के बराबर या इससे कम रहेगी।
इंडिया रेटिंग्स ने प्रस्तावित ऋणों और नॉन-फंड-बेस्ड लिमिट को आईएनडी बीबीबी- दीर्घकालिक जारीकर्ता रेटिंग दी है। एसईएल और इसकी चार सहायक कंपनियों – सुजलॉन पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, सुजलॉन गुजरात विंड पार्क लिमिटेड, सुजलॉन ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड और सुजलॉन जेनरेटर्स लिमिटेड में इस रेटिंग की वजह कंपनियों के बीच परिचालन और रणनीतिक संबंध है।
इन कंपनियोंं को संयुक्त रूप से एसटीजी के रूप में संदर्भित किया गया है। मुद्रीकरण की कवायद के रूप में 7 अप्रैल, 2022 को सुजलॉन जेनरेटर्स को एसटीजी से अलग कर दिया गया था।
एसईएल के समेकित वित्तीय प्रोफाइल को परिचालन और रखरखाव सेवाओं (ओएमएस) पोर्टफोलियो के अंतर्गत करीब 13.1 गीगावाट क्षमता से स्थिर और अनुमानित आय का आश्रय प्राप्त है। यह सालाना करीब 700 करोड़ रुपये का एबिटा सृजित कर रही है।
जून 2020 में किए गए पुनर्गठन के तहत वित्त पोषित ऋण को 12,400 करोड़ रुपये से घटाकर 3.870 करोड़ रुपये कर दिया गया था।
