रिलायंस इंडस्ट्रीज ने आज सऊदी अरामको के चेयरमैन यासिर अल रूमैया की स्वतंत्र निदेशक के तौर पर बोर्ड में नियुक्ति का समर्थन किया और दोहराया कि उनकी नियुक्ति का आरआईएल के तेल से लेकर केमिकल कारोबार में सऊदी अरामको की तरफ से हिस्सेदारी खरीदने की योजना का कोई लेनादेना नहीं है।
स्टॉक एक्सचेंंज को भेजे बयान में आरआईएल ने कहा कि उनके ओ2सी (तेल से लेकर केमिकल) कारोबार को सहायक के तौर पर अलग किया गया है और प्रस्तावित लेनदेन की शर्तोंं के मुताबिक, सऊदी अरामको ओ2सी सहायक की इक्विटी में भागीदारी करेगी। ओ2सी सहायक के निदेशक मंडल में सऊदी अरामको के नामांकित व्यक्ति हो सकते हैं ताकि उनके हितों की रक्षा हो सके।
अमेरिका की प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म ग्लास, लेविस ऐंड कंपनी ने कहा है कि अल-रूमैया का चेयरमैन व पब्लिक इन्वेस्टमेंंट फंड (पीआईएफ) गवर्नर के तौर पर अरामको के परिचालन में अहम भूमिका है और वह आरआईएल के स्वतंत्र निदेशक के पात्र नहीं हैं।
भारतीय कानून के मुताबिक, स्वतंत्र निदेशक की किसी ऐसी कंपनी मेंं भूमिका नहीं हो सकती, जिसका कारोबार या इक्विटी साझेदारी उस कंपनी के साथ है जिसका इरादा उन्हें नियुक्त करने का है। चूंकि पीआईएफ पहले ही आरआईएल की सहायक में हिस्सा ले चुकी है और अरामको रिलायंस ओटीसी में हिस्सेदारी लेना चाहती है, ऐसे में आरआईएल को बोर्ड में अल रूमैया की स्वतंत्रता सवालों के घेरे मे है। पीआईएफ पहले ही रिलायंस रिटेल में 9,555 करोड़ रुपये और जियो प्लेटफॉर्म में 11,367 करोड़ रुपये निवेश कर चुकी है। अरामको व आरआईएल अन्य इक्विटी सौदे पर बातचीत कर रहे हैं, जिसमें रिलायंस के तेल से लेकर केमिकल कारोबार की 20 फीसदी हिस्सेदारी खरीद होनी है, जो ओटीसी कंपनी के कुल एंटरप्राइज वैल्यू 75 अरब डॉलर पर होनी है।
आज के बयान मेंं आरआईएल ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने मानव संसाधन, नॉमिनेशन और पारिश्रमिक समिति की सिफारिश के आधार पर अतिरिक्त निदेशक के तौर पर रूमैया की नियुक्ति को मंजूरी दी थी, जिन्हें स्वतंत्र निदेशक का दर्ज दिया गया है। यह भी कहा गया है कि इस साल 24 जून को एजीएम आयोजित की गई और यह नियुक्ति 19 जुलाई से तीन साल के लिए प्रभावी है।
भारतीय कंपनी अधिनियम 2013 और सेबी के नियमों में आरआईएल जैसी किसी सूचीबद्ध कंपनी में स्वतंत्र निदेशक की नियुक्ति के सख्त मानक हैं। आरआईएल ने कहा, रुमैया इन सभी मानकोंं को पूरा करते हैं, जो इन नियमों में वर्णित है। रूमैया के साथ बातचीत और उनके अनुभव को देखते हुए समिति स्वतंत्र निदेशक के तौर पर उनकी पात्रता पर संतुष्ट होने के बाद बोर्ड को उनकी नियुक्ति की सिफारिश की। इसके बाद आरआईएल के बोर्ड ने नियुक्ति को मंजूरी दी, जिसमें 50 फीसदी स्वतंत्र निदेशक हैं।