एमेजॉन, फ्लिपकार्ट एवं अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों ने इस साल जबरदस्त त्योहारी बिक्री दर्ज की। इस दौरान उनकी कुल बिक्री 9.2 अरब डॉलर के पार पहुंच गई जबकि कोविड से पहले 2019 के त्योहारी महीने में यह आंकड़ा 5 अरब डॉलर का रहा था। विश्लेषकों के अनुसार, वैश्विक महामारी के कारण लोगों ने तेजी से ई-कॉमर्स की ओर रुख किया। इस प्रकार ऑनलाइन
खरीदारी करने वाले ग्राहकों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ और उनका खरीदारी करने का अंतराल भी पिछले साल के मुकाबले अधिक रहा।
साल 2021 के दौरान भारत में अब तक की सर्वाधिक त्योहारी बिक्री दर्ज की गई। सलाहकार फर्म रेडसीर की ई-कॉमर्स त्योहारी सीजन रिपोर्ट के अनुसार इस अवधि में ऑनलाइन चैनलों के जरिये विभिन्न ब्रांडों की 9.2 अरब डॉलर जीएमवी (सकल मर्केंडाइज मूल्य) की बिक्री हुई। रेडसीर की भविष्यवाणी इस आंकड़े के काफी करीब रही। उसने इस साल की त्योहारी बिक्री के लिए 9.6 अरब डॉलर के जीएमवी का अनुमान जाहिर किया था जो वास्तविक आंकड़े से महज 5 फीसदी के दायरे में है।
पिछले पांच साल के आंकड़ों पर गौर करने से पता चलता है कि भारत में ऑनलाइन त्योहारी बिक्री में लगातार वृद्धि हो रही है। त्योहारी बिक्री के कुल सकल मर्केंडाइज मूल्य में सालाना आधार पर 23 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
रेडसीर की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘लगातार नए उत्पादों को लॉन्च किए जाने और वित्त पोषण के आसान विकल्पों का मतलब साफ है कि मोबाइल इस बार भी सबसे अधिक बिकने वाली उत्पाद
श्रेणियों में बरकरार रही। कुल जीएमवी में मोबाइल श्रेणी की हिस्सेदारी एक तिहाई से अधिक रही।’
विश्लेषकों के अनुसार, पिछले साल (2020) में अक्टूबर से नवंबर की अवधि में एक महीने के दौरान भारत की कुल त्योहारी बिक्री 8.3 अरब डॉलर दर्ज की गई थी जिसमें ब्रांडों और विक्रेताओं दोनों की बिक्री शामिल है।
कई महीनों के लॉकडाउन के बाद लोग घर से बाहर निकल रहे हैं और इसलिए फैशनल श्रेणी में अब तक की सर्वाधिक तेजी दर्ज की गई। लोग अपने वार्डरोब को दुरुस्त करते हुए नए परिधानों को शामिल कर रहे हैं और नए कारोबारी मॉडल के तहत छोटे एवं मझोले शहरों के उपभोक्ताओं को लक्ष्य किया जा रहा है। यही कारण है कि इस साल ऑनलाइन चैनल के जरिये फैशन उत्पादों की बिक्री दोगुनी हो गई। दूसरी ओर होम फर्निशिंग, होम डेकोर, फर्निशिंग एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक श्रेणियों में इस साल कमजोर वृद्धि दर्ज की गई।
कुल मिलाकर ऑनलाइन खरीदारों की संख्या में पिछले साल के मुकाबले 25 फीसदी की वृद्धि हुई और करीब 57 फीसदी खरीदार छोटे एवं मझोले शहरों से आए। इसका मतलब साफ है कि इस साल
त्योहारी बिक्री किफायती योजनाओं द्वारा संचालित हुई।
हालांकि कुल ऑनलाइन जीएमवी और खरीदारों की शुद्ध संख्या दोनों में वृद्धि दर्ज की गई लेकिन प्रति उपयोगकर्ता जीएमवी 6,570 रुपये से 6,490 रुपये रह गया क्योंकि फैशन उत्पाद जैसे अपेक्षाकृत कम मूल्य वाले उत्पादों की हिस्सेदारी उनके जीएमवी में अधिक रही।
रेडीसीर ने दावा किया है कि फ्लिपकार्ट समूह 62 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ इस त्योहारी बिक्री में अग्रणी रहा। इस साल अक्टूबर में ऑनलाइन त्योहारी सीजन के पहले सप्ताह के दौरान सालाना आधार पर बिक्री में 23 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। विश्लेषकों के अनुसार, इसका मतलब साफ है कि 4.6 अरब डॉलर (करीब 32,000 करोड़ रुपये) मूल्य के उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री हुई।
