डिजिटल बदलाव आधारित प्रौद्योगिकी की जबरदस्त मांग के बल पर इन्फोसिस ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अपने राजस्व वृद्धि अनुमान को बढ़ा दिया है। कंपनी का मानना है कि अब उसके राजस्व में 16.5 फीसदी के बजाय 15.5 फीसदी की दर से बढ़ोतरी होगी जो पिछले अनुमान के मुकाबले 14 से 16 फीसदी अधिक है।
प्रमुख आईटी सेवा कंपनी ने वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में बाजार के अनुमान से बेहतर प्रदर्शन किया है। तिमाही के दौरान कंपनी ने 5,428 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया जो सालाना आधार पर 11.4 फीसदी और क्रमिक आधार पर 4.3 फीसदी अधिक है। तिमाही के दौरान कंपनी का राजस्व 20 फीसदी बढ़कर 29,602 करोड़ रुपये हो गया। राजस्व और शुद्ध आय दोनों मोर्चे पर कंपनी ने ब्लूमबर्ग के अनुमान से बेहतर प्रदर्शन किया है। इन्फोसिस का एडीआर 4.64 फीसदी अधिक रहा। कंपनी ने कहा कि दूसरी तिमाही भी असाधारण तिमाही रही। इस दौरान विभिन्न श्रेणियों में व्यापक वृद्धि दर्ज की गई क्योंकि वह लगातार बाजार हिस्सेदारी हासिल कर रही थी। तिमाही के दौरान इन्फोसिस का टीसीवी 2.15 अरब डॉलर रहा जबकि इससे पिछली तिमाही यह आंकड़ा 2.6 अरब डॉलर रहा था।
इन्फोसिस के सीईओ एवं एमडी सलिल पारेख ने कहा, ‘हमारे दमदार प्रदर्शन और जबरदस्त वृद्धि अनुमान से हमाराी रणनीतिक फोकस और हमारी डिजिटल पेशकश की ताकत झलकती है। हमें वैश्विक कंपनियों की डिजिटल यात्रा को रफ्तार देने के लिए जबरदस्त बाजार अवसर दिख रहे हैं।’ तिमाही के दौरान डिजिटल कारोबार से प्राप्त राजस्व में सालाना आधार पर 42.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। इन्फोसिस के कुल राजस्व में डिजिटल कारोबार का योगदान अब 56 फीसदी हो चुका है क्योंकि वह सालाना 9 अरब डॉलर के रनरेट पर पहुंच गया है।
इंफोसिस ने चौथे सीधी तिमाही के लिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करना जारी रखा। स्थिर मुद्रा आधार पर राजस्व इससे पिछली तिमाही के मुकाबले 6.3 फीसदी बढ़कर 3.99 अरब डॉलर हो गया।
गार्टनर इंक के वरिष्ठ निदेशक (एनालिस्ट) डीडी मिश्रा ने कहा, ‘इन्फोसिस ने अंतिम उपयोगकर्ता द्वारा किए गए खर्च का फायदा उठाते हुए अपने प्रदर्शन में सुधार किया और दमदार वृद्धि को बरकरार रखा है। हालांकि इन्फोसिस अपनी समग्र वृद्धि में डिजिटल और पारंपरिक श्रेणियों के योगदान का उत्कृष्ट मेल स्थापित करने में सफल रही लेकिन उसे कर्मचारियों द्वारा कंपनी छोडऩे की दर पर नजर रखने की जरूरत है। कंपनी का अधिकांश राजस्व उत्तरी अमेरिका से आता है जिसकी समीक्षा करने की जरूरत है क्योंकि उभरते बाजारों से भी काफी अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं।’
बीएनपी पारिबा के शेयरखान के अनुसंधान विश्लेषक आशिष दास ने कहा, ‘इन्फोसिस ने विभिन्न वित्तीय मानदंडों पर अनुमान से बेहतर प्रदर्शन किया है। हालांकि बड़े सौदों के टीसीवी 2.2 अरब डॉलर हमारी अपेक्षाओं से नीचे बरकरार है और प्रबंधन ने कहा है कि संभावित सौदों की स्थिति दमदार बनी हुई है। हमारा मानना है कि कंपनी व्यापक मांग, दमदार सौदे और दमदार संभावित सौदे के मद्देनजर उद्योग में सबसे अधिक राजस्व वृद्धि दर्ज करेगी। हमने इस शेयरको बाय रेटिंग दी है।’
माइंडट्री का शुद्ध लाभ बढ़ा
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी माइंडट्री का शुद्ध लाभ सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 57.2 फीसदी बढ़कर 398.9 करोड़ रुपये हो गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 253.7 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। तिमाही के दौरान कंपनी की एकीकृत परिचालन आय 34.27 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2,586.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गई जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,926 करोड़ रुपये थी।