सरकार द्वारा नई परियोजनाओं पर अपना खर्च बढ़ाने और निजी कंपनियों द्वारा पूंजीगत व्यय में वृद्धि के कारण चालू वित्त वर्ष में आरपीजी समूह की कंपनी केईसी इंटरनैशनल की ऑर्डर बुक में 6,000 करोड़ रुपये का इजाफा देखा गया है।
मार्च 2022 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में कंपनी की ऑर्डर बुक 23,716 करोड़ रुपये थी, जो पिछले साल की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है और इसने 1.1 लाख करोड़ रुपये के ऑर्डरों के लिए बोली लगाने की योजना बनाई है, जो अभी प्रक्रिया में है।
केईसी इंटरनैशनल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी विमल केजरीवाल ने कहा ‘हम देश भर में एसीसी, अंबुजा, अल्ट्राटेक और श्री सीमेंट के कई नए सीमेंट संयंत्रों का निर्माण कर रहे हैं। हम ग्रासिम के नए पेंट संयंत्रों के लिए भी सिविल कंस्ट्रक्शन कर रहे हैं।’ कंपनी सात मेट्रो रेल परियोजनाओं, दो डिपो परियोजनाओं और डेटा केंद्रों के लिए भी काम कर रही है।
केजरीवाल ने कहा कि हमारे द्वारा नए ऑर्डर हासिल करना, खास तौर पर भारतीय रेलवे से, बताता है कि पारंपरिक और नए दोनों ही खंडों में ऑर्डरों के माध्यम से धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है। कारोबार ने ‘कवच’ के तहत टक्कर रोधी खंड में अपना पहला ऑर्डर हासिल किया है, जिसका उद्देश्य विश्व स्तर की प्रौद्योगिकी के साथ भारतीय रेलवे की सुरक्षा बढ़ाना है।
उन्होंने कहा कि पारेषण और वितरण क्षेत्र के ऑर्डरों से हमारी ऑर्डर बुक का विस्तार हुआ है, विशेष रूप से पावरग्रिड से मिले तीसरा ऑर्डर से। वर्ष के शुरू में पहले घोषित किए गए ऑर्डरों के साथ-साथ ये ऑर्डर घरेलू टीऐंडडी बाजार में हमारे विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान करेंगे। तेल और गैस पाइपलाइन क्षेत्र के ऑर्डरों से कारोबार की ऑर्डर बुक में और इजाफा होगा।
अपने सिविल कंस्ट्रक्शन कारोबार में कंपनी हवाई अड्डों और उच्च न्यायालयों के निर्माण में शामिल हो रही है तथा डेटा केंद्रों में अपनी पैठ में विस्तार करने की योजना बना रही है। कंपनी के 13,742 करोड़ रुपये के राजस्व में अब आधा योगदान टीऐंडडी कारोबार का है, जबकि वर्ष 2016 इसका योगदान 83 प्रतिशत था। इससे पता चलता है कि रेलवे और सिविल कारोबार में तेज वृद्धि हो रही है।
वित्त वर्ष 2020 में कंपनी ने दुबई में एक पारेषण टावर निर्माण केंद्र का अधिग्रहण किया था और इस साल अपनी उत्पादन क्षमता 36,000 टन से बढ़ाकर 50,000 टन की है।