दक्षिण भारत में 1200 करोड़ रुपये के टेलीविजन विज्ञापन बाजार में प्रतिस्पर्धा तेज होती जा रही है।
50 फीसदी की भागीदारी के साथ सन टीवी इस बाजार पर मजबूत पकड़ बनाए हुए है। लेकिन हाल ही में स्टार और ज्यूपिटर के बीच हुए करार से उसे चुनौती मिल सकती है। स्टार के साथ साझा उपक्रम बनाने से पहले ज्यूपिटर एंटरटेनमेंट की एशियानेट के जरिये लगभग एक दशक से मलयालम में उपस्थिति कायम है।
पिछले दो साल के दौरान इसने कन्नड़ नेटवर्क शुरू किया और हाल ही में तेलुगु बाजार में भी दस्तक दी है। स्टार के साथ हाथ मिलाने के बाद ज्यूपिटर तमिल नेटवर्क ‘स्टार विजय’ लेकर आया है। इस प्रकार यह चार दक्षिण भारतीय भाषाओं में सामान्य मनोरंजन चैनलों की अपनी योजना को पूरा करने की कोशिश में लग गया है।
इस उद्योग से जुड़े एक विश्लेषक ने कहा, ‘चार भाषाओं में चौबीसों घंटे के मूवी एवं संगीत चैनलों को शुरू करने की योजना के साथ स्टार-ज्यूपिटर विस्तार करने और लगभग 2 साल के समय में सन टीवी के साथ अंतर को पाटने की तैयारी कर रहा है।’ इस नई उद्यम कंपनी का दक्षिण भारत में 200 करोड़ रुपये का विज्ञापन बाजार है जो सन टीवी का एक-तिहाई है।
स्टार-ज्यूपिटर के एक बयान के मुताबिक उपक्रम कंपनी अगले कुछ महीनों में दक्षिण भारत में विकास और नए चैनलों की स्थापना पर अतिरिक्त निवेश करने की योजना बना रही है।
स्टार इंडिया के मुख्य कार्यकारी उदय शंकर ने कहा, ‘दक्षिण भारत का बाजार भारतीय टेलीविजन के लिए विकास की अगली बड़ी कहानी का प्रतिनिधित्व करता है। इस रणनीतिक भागीदारी के साथ हम इस विकास अवसर को हासिल करने में सक्षम होंगे और रचनात्मक प्रतिभा के लिए एक विशाल मंच तैयार करेंगे।
यह भागीदारी उन विज्ञापनदाताओं को भी एक आकर्षक अवसर की पेशकश करती है जो राष्ट्रव्यापी पहुंच का माध्यम तलाश रहे हैं और इसके लिए वे मजबूत क्षेत्रीय चैनलों की मदद लेना चाहते हैं।’
जी नेटवर्क भी इस होड़ में शामिल है। जी नेटवर्क सन टीवी के साथ अंतर को पाटने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वह अपने बूते पर चार भाषाओं में उपस्थिति दर्ज करने में सक्षम नहीं है।
इस उद्योग के जानकारों के मुताबिक जहां स्टार अपनी वैश्विक विशेषज्ञता के बल पर आगे बढ़ रहा है वहीं एशियानेट का मालिक ज्यूपिटर एंटरटेनमेंट जमीनी सच्चाइयों से रूबरू है और उसे नेटवर्क में प्रभावी बदलाव की विशेषज्ञता हासिल है।