स्टार हेल्थ ऐंड एलायड इंश्योरेंस कंपनी का आईपीओ 7,250 करोड़ रुपये की बोली हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहा है, जो देसी बाजार का आठवां सबसे बड़ा आईपीओ है। बंद होने के एक दिन पहले बुधवार को इस आईपीओ को महज 20 फीसदी आवेदन मिले।
किसी आईपीओ में ज्यादातर बोली अंतिम दिन देखने को मिलती है, हालांकि आवेदन का पैटर्न बताता है कि देश की सबसे बड़ी निजी स्वास्थ्य बीमा कंपनी को 100 फीसदी आवेदन हासिल करने में संघर्ष करना पड़ सकता है।
इस आईपीओ में किसी देसी संस्थागत निवेशक ने अभी तक आवेदन नहीं किया है और यह जानकारी स्टॉक एक्सचेंजों के आंकड़ों से मिली। ज्यादातर बोली खुदरा निवेशकों की तरफ से मिली है, जिसका इस आईपीओ में सिर्फ 10 फीसदी कोटा है।
स्टार हेल्थ कंपनी पहले ही एंकर निवेशकों को 3,217 करोड़ रुपये के शेयर आवंटित कर चुकी है। इसमें सिर्फ एक म्युचुअल फंड ऐडलवाइस एमएफ ने 15 करोड़ रुपये से कम शेयर के लिए आवेदन किया है।
एंकर श्रेणी में ज्यादातर बोली वैश्विक फंडों मसलन सिंगापुर सरकार (250 करोड़ रुपये का आवंटन), द न्यू इकॉनमी फंड (223 करोड़ रुपये) और बैली गिफोर्ड (250 करोड़ रुपये) से मिली है।
स्टार हेल्थ के आईपीओ में 2,000 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हो रहे हैं जबकि 5,250 करोड़ रुपये का ओएफएस है।
विश्लेषकों ने कहा कि देसी संस्थागत निवेशक इसलिए इसमें आवेदन नहींं कर रहे हैं क्योंंकि उन्हें लगता है कि मूल्यांकन महंगा है।
सेबी के नियम के तहत, किसी आईपीओ की कामयाबी के लिए कम से कम 90 फीसदी आवेदन की दरकार होती है। आईपीओ का कामकाज संभाल रहे इन्वेस्टमेंट बैंक ने कहा, हमें भरोसा है कि आखिरी दिन पूरी बोली मिल जाएगी।
