स्पाइसजेट ने बुधवार को ऐलान किया कि वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में उसका नुकसान 458 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 23 की पहली तिमाही में 789 करोड़ रुपये रहा। इसकी वजह ईंधन की ऊंची कीमतें, रुपये में गिरावट और कोरोना महामारी की तीसरी लहर रही। कंपनी ने कहा कि उसके मुख्य वित्त अधिकारी संजीव तनेजा ने इस्तीफा दे दिया, जो बुधवार से प्रभावी हुआ।
वित्त वर्ष 2022 में स्पाइसजेट का कुल नुकसान 1,725 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 21 के नुकसान के मुकाबले 73 फीसदी ज्यादा है।
वित्तीय संकट झेल रही विमानन कंपनी पिछले चार साल से नुकसान उठा रही है। इसके अतिरिक्त वह अभी 50 फीसदी से कम उड़ानों के साथ परिचालन कर रही है, जिसकी वजह घटनाक्रम को देखते हुए 27 जुलाई का विमानन नियामक का आदेश है।
विमानन कंपनी जल्द ही निवेश बैंकर को जोड़ेगी ताकि 20 करोड़ डॉलर जुटा सके। कंपनी के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने बुधवार को एक बयान में ये बातें कही।
विमानन कंपनी की कुल आय व खर्च वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में क्रमश: 2,124 करोड़ रुपये व 2,582 करोड़ रुपये रहा। इसकी तुलना में वित्त वर्ष 2021 में यह क्रमश: 2,126 करोड़ रुपये व 2,361 करोड़ रुपये रहा था।
मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में विमानन कंपनी ने 2,478 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया और उसका कुल खर्च 3,267 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की समान अवधि में आय व खर्च क्रमश: 1,265 करोड़ रुपये व 1,949 करोड़ रुपये रहा था। सिंह ने कहा, उद्योग हाल के समय में परिचालन के मोर्चे पर सबसे ज्यादा गंभीर माहौल में से एक का सामना कर रहा है, जिसने वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही में प्रगति व रिकवरी पर असर डाला। एटीएफ की रिकॉर्ड कीमतों व रुपये में गिरावट का अहम योगदान रहा।
उन्होंने कहा कि पिछला साल विमान विनिर्माताओं व पट्टादाताओं समेत अहम साझेदारों के साथ पुनर्गठन व सेटलमेंट का वक्त था।
