लंबी बातचीत के बाद वैश्विक वित्तीय फर्मों एरिस एसएसजी कैपिटल मैनेजमेंट और फैरालॉन कैपिटल मैनेजमेंट ने शापूरजी पलोनजी समूह को कर्ज देने की योजना को अंतिम रूप दे दिया है। योजना के तहत टाटा संस के शेयर गिरवी रखने पर समूह को 15,000 करोड़ रुपये तक का कर्ज दिया जाएगा। टाटा संस टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी है, जिसमें एसपी समूह की 18.4 फीसदी हिस्सेदारी है। शेष हिस्सेदारी टाटा ट्रस्ट्स, समूह की अन्य कंपनियों और छोटे शेयरधारकों के पास है।
एसपी समूह इस रकम का उपयोग भारतीय बैंकों का कर्ज चुकाने में करेगी क्योंकि मार्च अंत तक समूह को कर्ज निपटाना है। अरबपति भाइयों शापूर मिस्त्री और साइरस मिस्त्री के पास एसपी समूह की कंपनियों में बराबर की हिस्सेदारी है। टाटा समूह की सूचीबद्घ कंपनियों के शेयरों में तेजी आने से इनकी हिस्सेदारी का भी मूल्य काफी बढ़ा है। बैंकिंग सूत्रों का कहना है कि ऋण पर 24 फीसदी सालाना ब्याज देना पड़ता है। एसपी समूह के प्रवक्ता ने पूंजी जुटाने की योजना पर कोई टिप्पणी नहीं की।
टाटा संस के शेयर गिरवी रखने का मसला ही एसपी समूह और टाटा समूह के बीच कानूनी विवाद का कारण बना था। एसपी समूह टाटा संस के अपने शेयर को गिरवी रखकर पूंजी जुटाना चाह रहा था मगर टाटा ने इसका विरोध किया शेयर गिरवी रखे जाने से रोकने के लिए सितंबर, 2020 में सर्वोच्च न्यायालय पहुंच गया। टाटा संस भी प्राइवेट सूचीबद्घ कंपनी बन गई है, ऐसे में मंजूरी के बिना संभावित शेयर हस्तांतरण काफी जटिल होगा।
पिछले साल मार्च में सर्वोच्च न्यायालय ने टाटा संस के चेयरमैन पद से मिस्त्री को हटाए जाने के मामले में टाटा संस के पक्ष में फैसला सुनाया था लेकिन एसपी समूह द्वारा शेयरों को गिरवी रखे जाने पर रोक नहीं लगाई थी। एसपी समूह कोविड महामारी के कारण वित्तीय संकट से जूझ रहा है।
रियल एस्टेट उद्योग में नरमी के बाद एसपी समूह की प्रमुख कंपनी शापूरजी पलोनजी ऐंड कंपनी ने पिछले साल 31 मार्च को एकमुश्त ऋण पुनर्गठन के लिए आवेदन किया था। इसके तहत कंपनी ने परिसंपत्तियों को बेचकर कर्ज का भुगतान करने और वित्तीय अनुपात में सुधार लाने का वादा किया था। इसके बाद से समूह ने अपनी अक्षय ऊर्जा फर्म स्टर्लिंग ऐंड विल्सन सोलर में 40 फीसदी हिस्सेदारी रिलायंस इंडस्ट्रीज को बेच दी और यूरेका फोब्र्स में भी हिस्सेदारी बेची है। कर्ज पुनर्गठन के आवेदन के समय समूह पर कुल 25,000 करोड़ रुपये का कर्ज था।
31 मार्च, 2021 तक 12,500 करोड़ रुपये के एकल कर्ज में से इस महीने के अंत तक उसे 10,000 करोड़ रुपये अदा करने हैं। यूरेका फोब्र्स की बिक्री से समूह को 3,000 करोड़ रुपये मिले थे, जिसे उसने बैंकों का कर्ज चुकाने में खर्च कर दिया। समूह ने स्टर्लिंग ऐंड विल्सन सोलर का कर्ज भी चुकाया है। समूह ने अंतर-कॉर्पोरेट डिबेंचर का भुगतान करने के लिए 1,000 करोड़ रुपये की रियल एस्टेट संपत्तियों की भी बिक्री की है।
मिस्त्री बंधुओं ने चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कंपनी में 3,450 करोड़ रुपये का निवेश किया था। संपत्तियों की बिक्री से समूह कामत समिति के एकमुश्त ऋण पुनर्गठन की अनुमानित सीमा तक अनुपात को लाने में सफल रहा।
अगस्त 2021 में भारतीय रिजर्व बैंक ने कोविड की दूसरी लहर के मद्देनजर कर्ज अनुपात को तय सीमा में लाने की समयसीमा बढ़ा दी थी। इससे शापूरजी पलोनजी कंपनी को संपत्तियों की बिक्री में देर होने की स्थिति में थोड़ी राहत मिल गई। मार्च अंत तक कर्ज का भुगतान करना है, ऐसे में एसपी समूह विदेशी फर्मों से पूंजी जुटाने की तैयारी में लगा है।
