बैंकरों का कहना है कि स्टर्लिंग ऐंड विल्सन (एसऐंडडब्ल्यू) द्वारा अपने प्रवर्तक शापूरजी पलोंजी समूह को ऋण चुकाने के लिए अतिरिक्त समय दिए जाने के एक दिन बाद ही, एसपी समूह के पास अपने प्रमुख निर्माण एवं रियल एस्टेट व्यवसायों के वित्त पोषण के लिए विकल्प सीमित हो गए। बैंकरों का कहना है कि एसऐंडडब्ल्यू और उसके ऋणदाताओं के कर्ज चुकाने के अलावा, समूह को वित्त वर्ष 2022 तक अपनी आगामी पूंजी प्रतिबद्घताओं को पूरा करने के लिए करीब 2,400 करोड़ रुपये की जरूरत होगी।
सर्वोच्च न्यायालय में टाटा समूह के साथ मौजूदा कानूनी लड़ाई की वजह से यह समूह टाटा संस में अपनी 18.5 प्रतिशत हिस्सेदारी गिरवी रखकर कर्ज जुटाने में भी सक्षम नहीं हो पाएगा। बैंकरों का कहना है कि इसके अलावा उसका रियल एस्टेट व्यवसाय मंदी से गुजर रहा है। इस घटनाक्रम से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, ‘एसपी समूह बड़ी चुनौती से जूझ रहा है क्योंकि उसका मार्जिन घट रहा है और साथ ही नकदी प्रवाह में भी कमी आ रही है। उसे परिसंपत्ति बिक्री और ऋण पुनर्गठन की प्रक्रिया मं तेजी लानी होगी।’ उन्होंने कहा, ‘एसपी समूह शुरू में समूह कंपनी यूरेका फोब्र्स में शेयर बिक्री के जरिये कोष जुटाकर अतिरिक्त नकदी हासिल करने की योजना बना रहा था, लेकिन यह योजना फिलहाल ठंडे बस्ते में है।’ एसपी समूह वित्तीय प्रदर्शन के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया है। इस साल अप्रैल में, समूह ने 1,554 करोड़ रुपये में अपनी सौर ऊर्जा परियोजनाएं केकेआर को बेचीं और अपने कर्ज का कुछ हिस्सा चुकाने में सफल रहा। चालू वित्त वर्ष में वह मुंबई में अपने भूखंड बेचने की योजना बना रहा था, लेकिन रियल एस्टेट उद्योग में मंदी की वजह से उसे खरीदार नहीं मिल पा रहे हैं।
एक बड़ी एनबीएफसी के मुख्य कार्याधिकारी ने कहा, ‘मौजूदा समय में, कोई भी भारतीय रियल एस्टेट कंपनी भूखंड खरीदने की योजना नहीं बना रही है। इसलिए समूह को पूरी तरह से तैयार अपनी बिल्डिंगें वाणिज्यि रियल एस्टेट स्पेस में इच्छुक विदेशी निवेशकों को बेचने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।’ अपनी सूचीबद्घ इकाई एसऐंडडब्ल्यू के कमजोर प्रदर्शन ने भी समूह की चिंता बढ़ा दी है।
समूह को कोष जुटाने की जरूरत होगी, क्योंकि उसकी प्रमुख कंपनी एसपी ऐंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (एसपीसीपीएल) का कुल कर्ज 31 मार्च 2019 तक बढ़कर 33,407 करोड़ रुपये (4,095 करोड़ रुपये की अग्रिम शामिल) तक पहुंच गया, जो पूर्ववर्ती वर्ष में 25,692 करोड़ रुपये था। ऋण के ताजा आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं।
समेकित आधार पर, एसपीसीपीएल की कुल परिचालन आय वित्त वर्ष 2019 में करीब 26 प्रतिशत की वृद्घि के साथ 49,332 करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 2018 में 39,164 करोड़रुपये थी। वित्त वष्र 2020 में परिचालन आय और उसके लाभ, दोनों में नरमी आई है।
टाटा संस को नोटिस
टाटा समूह के साथ काूननी लड़ाई लड़ रहे शापूरजी पलोंजी गु्रप ने टाटा संस के बोर्ड सदस्यों के खिलाफ नुकसान के लिए नोटिस जारी किया है। नोटिस में टीएसएल बोर्ड सदस्यों (खासकर स्वतंत्र निदेशकों) से इस बारे में स्पष्टïीकरण मांगा गया है कि क्या उन्होंने कोष उगाही से संबंधित उस निर्णय के लिए अपनी सहमति दी थी जिससे अल्पसंख्यक शेयरधारक के लिए पूर्वाग्रह की स्थिति पैदा हुई।