सॉफ्टबैंक ग्रुप के संस्थापक मासायोशी सोन ने कहा कि उन्हें भारत के भविष्य में विश्वास है, जो उज्ज्वल होने जा रहा है तथा उन्हें देश के युवा उद्यमियों के जुनून पर भरोसा है।
सोन ने इंटरनैशनल फाइनैंशियल सर्विसेज सेंटर्स अथॉरिटी (आईएफएससीए) और ब्लूमबर्ग द्वारा आयोजित इनफिनिटी फोरम में कहा ‘भारत महान होगा। भविष्य उज्ज्वल है। मैं भारत के युवाओं से कहता हूं चलो, हम इसे (नवोन्मेष) करें। मैं समर्थन करूंगा।’ सोन ने कहा ‘मैं भारत के भविष्य में विश्वास रखता हूं। मैं भारत के युवा उद्यमियों के जुनून में विश्वास रखता हूं।’
दुनिया के सबसे बड़े प्रौद्योगिकी-केंद्रित निवेश कोष – 100 अरब डॉलर वाले विजन फंड के पीछे निवेशक के रूप में उनके दृष्टिकोण के संबंध में चर्चा हो रही थी, जो एक समान अवसर प्रदान करने और दुनिया भर में फिनटेक उद्योग को विकसित करने के लिए अल्पावधि के पार विचार करने तथा वैश्विक भलाई के लिए इसका उपयोग करने से
संबंधित थी।
सोन ने कहा कि कई साल पहले जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टोक्यो आए थे, तो उन्होंने उनसे मुलाकात की थी। सोन ने बताया ‘मैंने कहा, मैं भारत के भविष्य में विश्वास रखता हूं और मैं निवेश करना चाहता हूं। उन्होंने जापान में अन्य बड़े दिग्गजों से भी मुलाकात की थी और वह मुझे नहीं जानते (ठीक से) थे। लेकिन मैंने उनसे सबसे बड़ा वादा किया था कि मैं भारत में पांच अरब डॉलर का निवेश करूंगा।’
अब 10 साल बाद सोन ने कहा कि सॉफ्टबैंक पहले ही भारत में 14 अरब डॉलर का निवेश कर चुका है। उन्होंने कहा ‘हम भारत में सबसे बड़े विदेशी निवेशक हैं। अकेले इस साल ही हमने भारत में 3 अरब डॉलर का निवेश किया। हम भारत की सभी यूनिकॉर्न के वित्त पोषण का लगभग 10 प्रतिशत प्रदान करते हैं।’
भारत में सॉफ्टबैंक ने कई कंपनियों और यूनिकॉर्न या एक अरब डॉलर का मूल्यांकन वाले स्टार्टअप की मदद की है। इनमें शामिल हैं पेटीएम, ओयो, ओला, लेंसकार्ट, पॉलिसीबाजार, फस्र्टसिक्राई, मीशो, अनएकाडेमी, जेटा, स्विगी, ओला इलेक्ट्रिक तथा इनमोबी।
इस साल जुलाई में खाद्य वस्तुओं का वितरण करने वाली फर्म स्विगी ने सॉफ्टबैंक विजन फंड 2 द्वारा इस श्रेणी में पहले निवेश के रूप में 1.25 अरब डॉलर का वित्त जुटाया था। इससे बेंगलूरु स्थित इस स्टार्टअप का मूल्यांकन 50 प्रतिशत से भी अधिक बढ़कर 5.5 अरब डॉलर हो गया, जो पहले 3.6 अरब डॉलर था।
इस साल सितंबर में सोशल ई-कॉमर्स स्टार्ट-अप मीशो ने फिडेलिटी मैनेजमेंट ऐंड रिसर्च कंपनी और बी कैपिटल ग्रुप के नेतृत्व में 57 करोड़ डॉलर जुटाए थे, जो फेसबुक के सह-संस्थापक एडुआर्डो लुइज सेवरिन और सॉफ्टबैंक सहित मौजूदा निवेशकों द्वारा सह-स्थापित उद्यम पूंजी फर्म है।
