मौजूदा आर्थिक मंदी के दौर में जहां पर्यटन उद्योग जार जार हो रहा है, वहीं क्रूज टूरिज्म में इजाफा हो रहा है।
भारतीयों में क्रूज टूरिज्म को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है और अप्रैल महीने में इसमें 20 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
थॉमस कुक, कॉक्स ऐंड किंग्स, कूयोनी और स्टिक ट्रैवल ग्रुप जैसी ट्रैवल कंपनियों ने अपनी क्रूज पैकेजों में 15 से 30 फीसदी की कमी कर दी, जिससे लोगों की रुचि आउटबाउंड टूरिज्म की ओर बढ़ गई है।
कॉक्स ऐंड किंग्स के प्रवक्ता थॉमस सी. थोत्ताथिल ने कहा, ‘इस बार बुकिंग में 15 से 20 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है। क्रूज टूरिज्म में इस तरह के पैकेज दिए जा रहे हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को यह अर्फोर्डेबल लग रहा है।’
भारत में क्रूज टूरिज्म का कारोबार 240 करोड़ रुपये का है। लगभग 80 हजार लोग क्रूज टूरिज्म के जरिये भ्रमण करते हैं। पहली बार क्रूज होलिडे के तौर पर सिंगापुर, थाइलैंड और मलेशिया जैसे छोटे जगहों को प्राथमिकता दी जा रही है और वह भी दो रात के 14700 रुपये प्रति दो रात्रि के पैकेज पर। भारत में आउटबाउंड क्रूज टूरिज्म का सबसे व्यस्ततम समय अप्रैल-जून होता है।
कूओनी इंडिया के आउटबाउंड डिवीजन के प्रमुख कश्मीरा कमीशरियत ने कहा, ‘अप्रैल महीने में हमें क्रूज बुकिंग की 16 से 20 प्रतिक्रियाएं मिली है।’ भारत में अभी भी क्रूज टूरिज्म एक विशेष खंड है और यह कुल आउटबाउंड टूरिज्म का महज 2 फीसदी है। हालांकि इस साल ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए क्रूज टूरिज्म कंपनियां अच्छे पैकेज ऑफर कर रही है।
स्टिक ट्रैवल ग्रुप के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने कहा, ‘आर्थिक मंदी के बावजूद भारत में क्रूज टूरिज्म अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।’ उन्होंने बताया कि अब कंपनियां यूरोप और अमेरिका की लंबी यात्रा के बदले छोटी यात्राओं पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रही है।
