एचडीएफसी समूह की कंपनियों के शेयरों पर सोमवार को बिकवाली का भारी दबाव देखने को मिला। चार सूचीबद्ध फर्मों एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस के शेयरों मेंं 3 से 4 फीसदी तक की गिरावट दर्ज हुई, जिसकी तुलना मेंं बीएसई सेंसेक्स करीब एक फीसदी टूटा।
वैयक्तिक शेयरों की बात करें तो एचडीएफसी लाइफ 4 फीसदी टूटकर 52 हफ्ते के निचले स्तर 600.15 रुपये पर आ गया और इसने 31 जनवरी, 2022 के 52 हफ्ते के निचले स्तर 615.80 रुपये का स्तर भी तोड़ दिया। 2 सितंबर, 2021 के 52 हफ्ते के उच्चस्तर 775.65 रुपये से यह शेयर 23 फीसदी टूटा है।
दिसंबर तिमाही में एचडीएफसी लाइफ ने शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 3.3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की जबकि निवेश आय में गिरावट आई। कंपनी की सकल प्रीमियम आय 27 फीसदी बढ़कर 12,255 करोड़ रुपये रही। सालाना प्रीमियम के आधार पर प्रीमियम 20.4 फीसदी बढ़कर सालाना आधार पर 2,576 करोड़ ररुपये रहा और ओपेक्स रेश्यो 70 आधार अंक बढ़कर 12.3 फीसदी रहा।
ब्रोकरेज फर्म जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के विश्लेषकों ने इस शेयर की खरीद की रेटिंग दोहराई है और उसका मानना है कि इस शेयर मेंं प्रीमियम मूल्यांकन का फायदा दिखेगा क्योंंकि इसका ट्रैक रिकॉर्ड बेहतर है। एचडीएफसी का शेयर छह महीने के निचले स्तर 2,421 रुपये पर आ गया, यानी उसमें 3 फीसदी की गिरावट आई। पिछले तीन महीने मेंं यह शेयर 16 फीसदी टूटा है जबकि सेंसेक्स में 4 फीसदी की गिरावट आई है।
तीसरी तिमाही में एचपीएफसी का शुद्ध लाभ 11 फीसदी बढ़कर 3,261 करोड़ रुपये रहा। शुद्ध लाभ को उच्च आय व उम्मीद से कम क्रेडिट नुकसान से सहारा मिला।
