भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अदाणी समूह की 6 कंपनियों में शेयर रखने वाले विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के कस्टोडियन को पत्र लिखकर उनके अल्टीमेट बेनीफिशियल ओनर्स (यूबीओ) की जानकारी मांगी है।
इन फंडों में अलबुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड, और एपीएमएस इन्वेस्टमेंट फंड शामिल हैं। इन कंपनियों में ज्यादातर भारतीय निवेश अदाणी पोट्र्स ऐंड स्पेशल इकोनोमिक जोन, अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी पावर, अदाणी ट्रांसमिशन, और अदाणी टोटल गैस में केंद्रित है। पूंजी बाजार नियामक यह सुनिश्चित करने के लिए इन विदेश-केंद्रित फंडों के होल्डिंग ढांचे पर नजर रख रहा है कि सेबी नियमकों का पालन किया जाए।
सूत्रों का कहना है कि पता चला है कि नियामक ने कस्टोडियन को यूबीओ विवरण (‘नियंत्रण’ और ‘स्वामित्व’ दोनों पर आधारित) देने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सेबी का पत्र पिछले सप्ताह भेजा गया था। कस्टोडियन को 15 दिन के अंदर जानकारी देने का निर्देश दिया गया है।
बिजनेस स्टैंडर्ड के सवाल का जवाब देते हुए अदाणी गु्रप के एक अधिकारी ने कहा, ‘हमें इस संबंध में सेबी द्वारा कस्टोडियन को भेजे गए किसी पत्र के बारे में जानकारी नहीं है। यह मामला संबद्घ एफपीआई से जुड़ा हुआ है और नियामक को जरूरी स्पष्टीकरण देने के लिए अच्छी स्थिति में होना चाहिए।’
इस संबंध में सेबी को भेजे गए ईमेल का जवाब नहीं मिला है। एफपीआई से भी इस बारे में कोई प्रतिक्रिया हासिल नहीं की जा सकी है।
पिछले सप्ताह, सरकार ने संसद को सूचित किया था कि बाजार नियामक और राजस्व खुफिया निदेशालय कुछ अदाणी समूह कंपनियों की जांच कर रहे हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि सेबी ने पहले शुरुआती जांच शुरू की, जिसमें उसने विभिन्न स्रोतों से जानकारी एकत्रित की।
एक अलग मामले में, इन तीन विदेशी फंडों के खातों को कुछ खास सूचीबद्घ कंपनियों द्वारा वैश्विक डिपोजिटरी रिसीप्ट निर्गम को लेकर 2016 में फ्रीज कर दिया गया था। सरकार ने स्पष्ट किया था कि हालांकि अन्य कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी फ्रीज करने का आदेश नहीं दिया गया। अनिश्चितता इसलिए पैदा हुई, क्योंकि नैशनल सिक्योरिटीज डिपोजिटरी (एनएसडीएल) वेबसाइट में तीन एफपीआई को 31 मई तक 9,444 अन्य इकाइयों के लगातार ‘फ्रोजन अकाउंट्स’ की सूची में दिखाया गया था। आंकड़े के अनुसा, अलबुला इन्वेस्टमेंट फंड की 1.56 प्रतिशत हिस्सेदारी अदाणी ट्रांसमिशन, 1.96 प्रतिशत हिस्सेदारी अदाणी एंटरप्राइजेज, 1.31 प्रतिशत अदाणी टोटल गैस, और 1.24 प्रतिशत हिस्सेदारी अदाणी ग्रीन एनर्जी में है। मार्च 2021 तिमाही के मुकाबले हिस्सेदारी में गिरावट से जुड़े शेयरों में अदाणी एंटरप्राइजेज (2.14 प्रतिशत से), अदाणी ट्रांसमिशन (2.23 प्रतिशत), और अदाणी टोटल गैस (1.91 प्रतिशत) शामिल हैं।
