छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा रीपो दर में 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी किए जाने के एक सप्ताह बाद देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने फंड की सीमांत लागत आधारित उधारी दर (एमसीएलआर) में 20 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। दरों में यह वृद्धि सभी परिपक्वता अवधि के लिए की गई है। बढ़ी हुई दरें 15 जून से प्रभावी मानी जाएंगी।
एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार, बैंक द्वारा एमसीएलआर में की गई वृद्धि के साथ ही एक दिन, एक महीना और तीन महीने के लिए एमसीएलआर बढ़कर 7.05 फीसदी हो गई है जो पहले 6.85 फीसदी थी। इसी प्रकार छह महीने के लिए एमसीएलआर बढ़कर 7.35 फीसदी हो गई है जबकि एक साल के लिए एमसीएलआर अब 7.40 फीसदी, दो साल के लिए एमसीएलआर 7.60 फीसदी और तीन साल के लिए एमसीएलआर 7.70 फीसदी होगी।
एसबीआई ने बाहरी बेंचमार्क आधारित उधारी दर और रीपो से जुड़ी उधारी दरों में भी 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। पिछले महीने आरबीआई द्वारा नीतिगत रीपो दर में बढ़ोतरी किए जाने के बाद उधारी दरों में यह वृद्धि की गई है। आरबीआई ने पिछले कई महीनों से लगातार बढ़ रही मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए दूसरी बार रीपो दर में इजाफा किया है। पिछले पांच महीनों के दौरान लगातार बढ़ रही मुद्रास्फीति आरबीआई की ऊपरी सहन सीमा को भी पार कर चुकी है। इसलिए आरबीआई ने यह नीतिगत पहल की है।
मई के बाद रीपो दर में 90 आधार अंकों की वृद्धि हो चुकी है जबकि एसबीआई ने अपनी एमसीएलआर में 30 आधार अंकों का इजाफा किया है। अप्रैल के बाद से अब तक एसबीआई ने एमसीएलआर में 40 आधार अंकों की वृद्धि की है।
आरबीआई के आंकड़ों से पता चलता है कि दिसंबर 2021 तक बैंकिंग प्रणाली में मौजूद 39 फीसदी से अधिक ऋण बाहरी बेंचमार्क से लिंक्ड है जबकि 53 फीसदी ऋण एमसीएलआर से संबंधित है।
एसबीआई ने मंगलवार को कुछ परिपक्वता अवधि के लिए खुदरा सावधि जमा पर ब्याज दरों में 15 से 20 फीसदी का इजाफा किया था। यह वृद्धि 14 जून से प्रभावी हो चुकी है। इसी प्रकार बैंक ने थोक सावधि जमा पर ब्याज दरों में 50 से 75 आधार अंकों का इजाफा किया है।
एसबीआई का अनुकरण करते हुए निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने भी विभिन्न परिपक्वता अवधि वाली 2 करोड़ रुपये से कम की सावधि जमा दरों में 25 आधार अंकों की वृद्धि की है। यह वृद्धि 15 जून से प्रभावी मानी जाएगी। एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार, छह महीने से लेकर 9 महीने तक की सावधि जमा पर ब्याज दर अब 4.65 फीसदी होगी जो पहले 4.40 फीसदी थी। इसी प्रकार 9 महीने से 1 साल तक की सावधि जमा पर ब्याज दर अब 4.20 फीसदी से बढ़कर 4.65 फीसदी हो गई है।
बैंक ने एक साल से लेकर 2 साल तक की सावधि जमा पर ब्याज दर को बढ़ाकर 5.35 फीसदी कर दिया है जो पहले 5.10 फीसदी थी।
सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी 2 करोड़ रुपये से कम की सावधि जमा पर ब्याज दर में 40 आधार अंक तक की वृद्धि की है। यह वृद्धि 15 जून से प्रभावी होगी। बैंक ने जमा दरों में भी 5 से 10 आधार अंकों की वृद्धि की है।
आईडीबीआई बैंक ने भी 2 करोड़ रुपये कम की खुदरा सावधि जमा पर ब्याज दर में 10 से 25 आधार अंकों की वृद्धि की है जो 15 जून से प्रभावी मानी जाएगी।
