टाटा समूह ने आज टाटा पावर रीन्यूएबल एनर्जी के निदेशक मंडल का पुनर्गठन किया और टाटा संस के निदेशक सौरभ अग्रवाल को बोर्ड का चेयरमैन बना दिया। लंदन की ब्लैकरॉक ग्लोबल इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड टीम के प्रमुख व प्रबंध निदेशक एडुऑर्ड रुइज्स समेत तीन और निदेशक भी बोर्ड से जुड़ गए।
अवाना कैपिटल की संस्थापक अंजलि बंसल और अवकाश प्राप्त आईएएस राजीव महर्षि (1978 बैच) को भी बोर्ड में शामिल किया गया है। टाटा पावर की तरफ से अगले पांच साल में अक्षय ऊर्जा पर 75,000 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा के कुछ ही महीनों के भीतर बोर्ड का पुनर्गठन हो रहा है। कंपनी इस क्षेत्र में रिलायंस इंडस्ट्रीज से मुकाबला करेगी, जो अगले तीन साल में 77,000 करोड़ रुपये निवेश करने जा रही है। भारतीय कंपनियों में अदाणी भी साल 2030 तक 70 अरब डॉलर निवेशकरने जा रही है।
इस साल अप्रैल में टाटा पॉवर कंपनी व ब्लैकरॉक रियल एसेट्स की अगुआई वाले कंसोर्टियम (जिसमें मुबाडला इन्वेस्टमेंट कंपनी भी शामिल है) ने निवेश के लिए करार किया था, जिसके तहत मुबाडला संग मिलकर अक्षय ऊर्जा सहायक ब्लैकरॉक रियल एसेट्स ने इक्विटी/परिवर्तनीय ऋणपत्र के जरिए 4,000 करोड़ रुपये का निवेश टाटा पावर रीन्यूएबल की 10.53 फीसदी हिस्सेदारी के लिए किया। यह इक्विटी मूल्यांकन 34,000 करोड़ रुपये बताता है। सौदा इस साल जुलाई में संपन्न हुआ।