भारत की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज लगभग 2,500 कर्मचारियों को पिंक स्लिप देने (छंटनी) की योजना बना रही है।
इस साल 30 जून तक सत्यम के कर्मचारियों की कुल संख्या 52,000 थी। कंपनी कुछ कर्मचारियों को पहले ही प्रदर्शन सुधार कार्यक्रम में प्रशिक्षण लेने के निर्देश दे चुकी है।
कंपनी के मानव संसाधन (ग्लोबल प्रमुख) एस वी गोपालकृष्णन ने बताया , ‘अपने कर्मचारियों के काम की समीक्षा करने के बाद हमने हमारे लगभग 5 फीसदी कर्मचारियों को ‘प्रदर्शन सुधार’ कार्यक्रम में रखा है। जिससे उनका प्रदर्शन सुधारने में मदद मिले।
अभी तक का हमारा अनुभव यह कहता है कि इस कार्यक्रम में जाने वाले लगभग 50 फीसदी कर्मचारी इसके बाद कंपनी छोड़ देते हैं। जबकि बाकी 50 फीसदी के प्रदर्शन में काफी सुधार होता है। हमनें कुछ हफ्ते पहले ही इस प्रक्रिया को समाप्त किया है। हमें उम्मीद कि इस बार भी पुराना ट्रेंड ही चलेगा।’
कंपनी ने हाल ही में 400 कर्मचारियों की छंटनी की है। इसमें से कुछ कर्मचारी कंपनी के साथ लगभग दो साल से काम कर रहे थे। इसके तुरंत बाद विप्रो ने भी प्रदर्शन के आधार पर लगभग 1,000 लोगों की छंटनी की है। कंपनी इस साल लगभग 15,000 लोगों की नियुक्ति करने की योजना बना रही है। जिसमें से 40-45 फीसदी फै्रशर्स होंगे।
सत्यम के प्रमुख (मानव संसाधन- सोर्सिंग) राजन कनाग्साबई ने बताया, ‘इस साल के आंकड़े भी लगभग पिछले वित्त वर्ष के आंकड़ों के आस-पास ही रहेंगे। लेकिन हो सकता है कि हम इस बार खुद को बड़े और मध्यम दर्जे के शहरों तक ही सीमित रखे।’
सिर्फ सत्यम कंप्यूटर्स ही ऐसी कंपनी नहीं है जो कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। चालू वित्त वर्ष में भारतीय आईटी कंपनियों पर पड़ी मंदी की मार का असर नियुक्तिओं में भी देखने को मिला। लगभग सभी आईटी कंपनियों ने नियुक्तियां घटाकर नहीं के बराबर कर दी हैं।
देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस टेक्नोलॉजीज ने पहले ही पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले इस साल लगभग 10,000 कर्मचारी कम नियुक्त करेगी। अभी तक आईटी क्षेत्र देश में सबसे ज्यादा रोजगार देने के लिए जाना जाता था।