सरकार ने एयर इंडिया की 4 सहायक कंपनियों को बेचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पिछले साल अक्टूबर में जब एयर इंडिया को टाटा समूह के हाथों बेचा गया था, तब इन्हें सरकार ने नहीं बेचा था।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘निवेश एवं सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने एयर इंडिया एयरपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (एआईएएसएल) और एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विसेज लिमिटेड (एआईईएसएल) के रुचिपत्र (ईओआई) तैयार करना शुरू किया है। दो अन्य सहायक इकाइयों एलायंस एयर और होटल कॉर्पोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड (एचसीएल) को बेचने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।’सरकार सबसे पहले एआईएएसएल का मुद्रीकरण करना चाहती है, जो एयरलाइंस की ग्राउंड हैंडलिंग इकाई है।
सभी कंपनियों को एयर इंडिया असेट होल्डिंग लिमिटेड (एआईएएचएल) के तहत रखा गया है, जो एयरलाइंस की गैर प्रमुख संपत्तियों और कर्ज की राशि रखने के लिए 2019 में विशेष उद्देश्य इकाई के रूप में गठित की गई थी। एयर इंडिया को टाटा के हाथों बेचा गया था, वहीं एआईएएचएल के माध्यम से एयरलाइंस के 46,000 करोड़ रुपये कर्ज का भुगतान किया गया। इसमें 15,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त देनदारियों को निपटाया गया, जिसमें ईंधन का बकाया बिल और परिचालन संबंधी अन्य ऋण का भुगतान शामिल था।एक अन्य अधिकारी ने कहा कि निवेशकों के बीच सहायक इकाइयों के लिए कराए गए रोडशो का उत्साहजनक परिणाम आया है।
