देश की प्रमुख सप्लाई चेन मैनेजमेंट और लॉजिस्टिक सौल्यूशंस कंपनियों में शामिल सेफएक्सप्रेस ने अगले चार सालों में कारोबार में 1000 करोड़ रुपये के निवेश करने की योजना बनाई है।
दिल्ली स्थित यह कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल अपनी गोदाम क्षमता में इजाफे, लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना और नए वाहनों को खरीदने में करेगी। इस प्रस्तावित निवेश से 2010 तक कंपनी अपनी कमाई को 500 करोड़ से दोगुना कर देगी।
कंपनी के जनरल मैनेजर (मार्केटिंग) विनीत कनौजिया ने बताया कि, ‘इस पैसे का इंतजाम कंपनी अंदरुनी स्रोतों से करेंगे।’ कंपनी के पास इस वक्त करीब 40 लाख वर्ग फुट की गोदाम क्षमता है। वह अगले दो-तीन सालों में इसमें 60 लाख वर्ग फुट का इजाफा करने की योजना बना रही है। इसके लिए कंपनी को करीब 600 करोड़ रुपये का निवेश करना पड़ेगा।
साथ ही, कंपनी 32 लॉजिस्टिक्स पार्क बनाने की भी योजना बना रही है, जिसके वास्ते उसे हर पार्क पर कम से कम 10 से 30 करोड़ रुपये तक खर्च करने पड़ सकते हैं। कंपनी इन पार्कों को चेन्नई, मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद और दूसरे शहरों में बनाएगी।
कनौजिया ने बताया कि इस वक्त कंपनी के पास 3,500 वाहन हैं। कंपनी अगले 365 दिनों में हर रोज एक वाहन को अपने बेड़े में शामिल करेगी। साथ ही, कंपनी अपने कर्मचरियों की तादाद में इजाफा करने जा रही है। इस वक्त कंपनी में 2,500 लोग काम कर रहे हैं।
सेफएक्सप्रेस अपने कर्मियों की तादाद को अब 3,500 करने जा रही है। कंपनी ने हाल ही में रिटेल चेनों को लक्ष्य करते हुए ‘स्टॉक 2 सेल्फ’ सेवा की पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर दिल्ली में शुरू किया था। कनौजिया ने बताया कि, ‘इस पायलट प्रोजेक्ट के नतीजे बहुत ही शानदार रहे। इसीलिए हमने सभी मेट्रो शहरों में इस सेवा की शुरुआत जून से करने का फैसला किया है।’
उन्होंने बताया कि, ‘इस सेवा में अलग-अलग शहरों के 80 मॉल्स तक हमारी पहुंच होगी।’ इसके लिए कंपनी ने अपने बेड़े में 100 नए वाहनों को शामिल करने का फैसला किया है। साथ ही, वह इस सेवा के वास्ते 200 लोगों को नौकरियों भी देगी।
मंदी की मौजूदा हालत और उसके लॉजिस्टिक्स कारोबार पर पड़ने वाले असर के बारे में उन्होंने बताया कि, ‘इस मंदी ने सप्लाई चेन मैनेजमेंट सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों के सामने नए मौके ला दिए हैं। खास तौर पर, संगठित क्षेत्र के खिलाड़ियों के पास तो मौकों की कतई कमी नहीं है। यह वक्त है उनके लिए अपनी कार्यकुशलता में तेजी से इजाफा करने का।
