आर्थिक मंदी के चलते रियल एस्टेट कारोबारियों पर दबाव बना हुआ है। कुशमैन ऐंड वेकफील्ड के रिपोर्ट के मुताबिक, मॉल और अन्य रिटेल किरायों में कमी आ रही है।
मुंबई में किराए ज्यादा तेजी से कम हुए हैं। गोरेगांव में किराए में करीब 42 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है, वहीं कोलाबा में किराया 38 फीसदी घटा है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की बात करें, तो ग्रेटर कैलाश एम ब्लॉक में किराए में करीब 25 फीसदी की गिरावट आई है।
नोएडा में भी मॉल के किराए में 17 फीसदी की कमी आई है। दरअसल, रिटेलरों की मांग में कमी की वजह से किराए में कमी आ रही है। कुशमैन ऐंड वेकफील्ड इंडिया के रिटले सर्विस के कार्यकारी निदेशक रजनीश महाजन का कहना है कि किराए में कमी से ही रिटेलर फिर से इसमें रुचि दिखाएंगे, जिससे मांग बढ़ सकती है।
उन्होंने कहा कि इससे छोटी और मध्यम अवधि में किराए में कुछ गिरावट आ सकती है। उनका कहना है कि ऐसी स्थिति में केवल स्थापित मॉल ही कमाई कर सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई ओर एनसीआर समेत कुछ प्रमुख शहरों में इस दौरान केवल 14 लाख वर्गफीट मॉल में ही नए स्टोर खुल पाए हैं।
दरअसल, मांग में कमी के चलते ही नए मॉल नहीं खुल रहे हैं। कुछ डेवलपर, पहले की गई घोषणा के बावजूद परियोजना पर काम शुरू करने पर अभी विचार कर रहे हैं। दरअसल, उनका मानना है कि मांग में भारी कमी आई है, जिसकी वजह से नई परियोजना की मांग कम होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2009 में भी मॉल निर्माण में सुस्ती देखी गई थी, जिसके आगे भी जारी रहने के आसार हैं।
