रिन्यू पावर अनवरत नवीकरणीय ऊर्जा की आपूर्ति करने वाली देश की पहली 1.3 गीगावाट की हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना विकसित करने के लिए करीब 1.2 अरब डॉलर का निवेश करेगी। कंपनी ने केंद्रीय एजेंसी सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एसईसीआई) की तरफ से जारी निविदा में 2.9 रुपये प्रति यूनिट की बोली लगाकर मई 2020 में परियोजना हासिल की थी।
कंपनी कुल क्षमता तीन जगहों- कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान पर स्थापित करेगी। इस हाइब्रिड क्षमता में 0.9 गीगावाट पवन ऊर्जा, 0.4 गीगावाट सौर ऊर्जा शामिल होगी। कंपनी इतनी ही बैटरी भंडारण क्षमता तैयार करेगी। कंपनी को उम्मीद है कि इस हाइब्रिड बिजली इकाई का प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) या परिचालन अनुपात 80 फीसदी रहेगा।
कंपनी ने इस समाचार-पत्र को बताया, ‘नवीकरणीय ऊर्जा परियोजना होने के बावजूद परियोजना को 80 फीसदी औसत सालाना पीएलएफ पर चलाने के लिए डिजाइन किया जाएगा और इसमें मासिक न्यूनतम क्षमता उपयोग 70 फीसदी होगा।’ इस हाइब्रिड परियोजना की बिजली उत्तरी और पूर्वी राज्योंं को बेचे जाने के आसार हैं। हालांकि एसईसीआई ने इन राज्यों की पुष्टि नहीं की।
निविदा में 15 साल के लिए हर साल बिजली दर में 3 फीसदी बढ़ोतरी मुहैया कराई गई है। कंपनी ने कहा कि रिन्यू पावर पहले साल 2.90 रुपये प्रति यूनिट की दर पर बिजली की आपूर्ति करेगी। यह दर 25 साल के करार में शुरुआती 15 साल में हर साल 3 फीसदी बढ़ेगी। इसके बाद शेष 10 साल स्थिर रहेगी।
उद्योग के आकलनों से संकेत मिलता है कि परियोजना की अवधि में औसत दर करीब 3.5 से 3.6 रुपये प्रति यूनिट आएगी। हालांकि रिन्यू पावर के सीईओ सुमंत सिन्हा ने इस समाचार-पत्र को पिछले साल बताया था कि दर इससे भी कम रहेगी। उन्होंने कहा था, ‘मेरा कहना है कि यह आंकड़ा (औसत शुल्क दर) आपकी तरफ से बताई जा रही दर (3.6 रुपये प्रति यूनिट) से कम रहेगी। इसके लिए आपको जिन मुद्दों का ध्यान रखना है, उनके बारे में विचार करना होगा।’
प्रयास एनर्जी ग्रुप ने 24 घंटे बिजली मुहैया कराने की योजना पर अपने एक विश्लेषण पत्र में कहा, ‘न्यूनतम 80 फीसदी सालाना क्षमता उपयोग फैक्टर (सीयूएफ) की जरूरत और अनुपालन नहीं करने पर भारी जुर्माने से यह दर (2.9 रुपये प्रति यूनिट) खरीदारों के लिए बहुत आकर्षक कीमत है।’
इसने कहा, ‘पवन और सौर के बीच अच्छे तालमेल के विभिन्न संयोगों से अतिरिक्त उत्पादन को कम से कम रखना परियोजना का जोखिम घटाने के लिए बहुत अहम बन जाएगा।’ सिन्हा ने एक बयान में कहा, ‘पीपीए पर हस्ताक्षर से रिन्यू पावर और भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र ने नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में निरंतरता की कमजोरी को दूर करने में ऐतिहासिक कदम उठाया है। हम यह समझौता करने से खुश है, जो हमें बिजली ग्रिड के लिए एक मूल्य वर्धित उत्पाद मुहैया कराता है और हमें भविष्य की ऐसी सभी बोलियों के लिए प्रतिस्पर्धी लाभ मुहैया कराता है।’ कंपनी ने कहा कि रिन्यू पावर ने परियोजना इकाइयों को ग्रिड से जोडऩे के लिए आवश्यक मंजूरियां हासिल कर ली हैं और अंतर-राज्य पारेषण प्रणाली के जरिये कनेक्टिविटी हासिल कर ली है।