रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड आरआईएल गुजरात के जामनगर में अपनी रिफाइनरी शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। मुकेश अंबानी प्रवर्तित कंपनी अगले महीने के अंत में यहां काम शुरू कर सकती है।
निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी भारतीय कंपनी आरआईएल की इस रिफाइनरी की क्षमता 580,000 बैरल प्रतिदिन है। पेट्रोलियम सचिव आर एस पांडेय के मुताबिक कंपनी ने इसे अगले महीने शुरू करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘कंपनी ने बताया है कि रिफाइनरी में काम नवंबर के अंत तक शुरू हो सकता है। इसके लिए यही मियाद तय की गई है।’
निर्यात के लिए बनाई गई इस रिफाइनरी को जानगर में कंपनी की एक पुरानी रिफाइनरी के नजदीक ही तैयार किया गया है। पुरानी रिफाइनरी की क्षमता 660,000 बैरल रोजाना है। कंपनी का दावा है कि नई रिफाइनरी शुरू होने के बाद जामनगर दुनिया का सबसे बड़ा रिफाइनरी कॉम्पलेक्स बन जाएगा।
यह भी कहा जा रहा है कि इस रिफाइनरी में काम शुरू होने के बाद यूरोप और अमेरिका में रिफाइनिंग कंपनियों के मार्जिन पर भारी मार पड़ेगी। आरआईएल के रिफाइनरी कारोबार के अध्यक्ष पी राघवेंद्रन भी जल्द से जल्द जामनगर में काम शुरू होने की बात कह चुके हैं।
पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि नई रिफाइनरी में कामकाज कुछ दिन में ही शुरू हो जाएगा। हालांकि उन्होंने इस बारे में कंपनी की योजना का कोई भी ब्यौरा नहीं दिया था। उन्होंने यह बताया था कि साल में यह इकाई लगभग 2.4 करोड़ टन डीजल और 1 करोड़ टन गैसोलीन का उत्पादन करेगी।
सलाहकार कंपनी मेरिल लिंच ने इसी महीने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि यह रिफाइनरी अगले साल की पहली तिमाही में पूरी क्षमता से काम करना शुरू कर देगी। इसके साथ ही वैश्विक डीजल आपूर्ति में 300,000 बैरल रोजाना का इजाफा हो जाएगा। आरआईएल गर्मी के मौसम में अमेरिकी पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में गैसोलीन का निर्यात कर सकती है। कम प्रदूषण वाले डीजल की आपूर्ति यूरोप को की जा सकेगी।