वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान देश से किया जाने वाला निर्यात 40 फीसदी बढ़कर 417.8 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इसके साथ ही निर्यात सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य से 5 फीसदी अधिक हो गया।
मार्च, 2022 में देश से होने वाला निर्यात 40.38 अरब डॉलर पर पहुंच गया। एक वर्ष पहले की समान अवधि में निर्यात का आंकड़ा 34 अरब डॉलर रहा था। निर्यात में यह उछाल पेट्रोलियम उत्पाद, रत्न एवं आभूषण, इंजीनियरिंग वस्तुओं की अधिक मांग की वजह से आई है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा, ‘भारत निर्यात में पहली बार 418 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। यह आंकड़ा निर्धारित लक्ष्य से अधिक है। मार्च महीने में ही निर्यात 40 अरब डॉलर के पार हो गया जो किसी एक महीने में निर्यात का सर्वाधिक स्तर है।’
गोयल ने कहा, ‘हमने इस प्रकार के आश्यर्चजनक परिणाम बिना किसी विशिष्ट सब्सिडी और अनुदान के हासिल किए हैं और आगे बढऩे का यही रास्ता है। आप एक सीमा तक ही किसी को हाथ पकड़ कर आगे बढ़ा सकते हैं लेकिन अंतत: हमें अपने पैरों पर ही खड़ा होना होता है। हमें मजबूती और आत्म विश्वास से दुनिया के साथ सौदा करना होगा जिसका आधार हमारा विश्वास और उच्च गुणवत्ता होनी चाहिए। आज यही बात हमारे उपलब्धि में परिलक्षित हो रहा है।’
मार्च महीने के आयात का आंकड़ा आना अभी बाकी है और इस बात की पूरी उम्मीद है कि आयात के आंकड़े भी रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचेंगे। 1 अप्रैल, 2021 से लेकर 21 मार्च, 2022 तक आयात सालाना आधार पर 51 फीसदी बढ़कर 589 अरब डॉलर पर पहुंच गया जिसके कारण व्यापार घाटा बढ़कर 189 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। इन आंकड़ों पर विचार करने पर भारत का कुल व्यापार 1 लाख करोड़ डॉलर के पार जा सकता है।
