विप्रो लिमिटेड की सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो टेक्नोलॉजिज, ने अपने विदेशों में कार्यरत कर्मियों को वित्त वर्ष 2008-09 के लिए सालाना वेतन में कम इजाफा दिया है।
यहां तक कि यह इजाफा पिछले वित्त वर्ष में दिए गए इजाफे से लगभग आधा ही है। इस साल अगस्त में कंपनी की ओर से वेतन में दिया गया सालाना इजाफा 7 से 8 प्रतिशत है, जबकि ठीक एक साल पहले कंपनी ने वेतन में 11 से 12 प्रतिशत के लगभग इजाफा किया था।
हलांकि कंपनी ने इस मामले में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन इस साल दिया गया सालाना इजाफा अभी कंपनी की ओर से सबसे कम दिए गए इजाफों में से एक है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि वित्त वर्ष 2008-09 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने कर्मचारियों की नियुक्ति में सकारात्मक संकेत दिए हैं।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी ने 3,500 कर्मियों को शामिल किया है, जिससे आईटी और बीपीओ कारोबार में कंपनी के कुल कर्मियों की संख्या बढ़कर 97,552 हो गई है। आईटी सेवाओं के कारोबार, जिससे कंपनी के कुल राजस्व का 73 प्रतिशत हिस्सा मिलता है, में चालू वित्त वर्ष में सितंबर के अंत तक 75,748 कर्मचारी काम कर रहे हैं।
नए शामिल हुए कर्मियों में से दो-तिहाई कैम्पस प्लेसमेंट के जरिये आए थे। हालांकि अगर कंपनी छोड़ने वाले कर्मचारियों की संख्या घटा दी जाए तो कंपनी में 1,800 लोग शामिल हुए हैं, जिनमें से 1,000 आईटी सेवाओं के कारोबार में जुड़े थे। बाकी बचे हुए लोग बीपीओ कारोबार में शामिल हुए थे, जिससे कर्मचारियों के ताजा संख्या 21,804 हो गई।
विप्रो के मानव संसाधन विभाग के प्रमुख प्रतीक कुमार का कहना है, ‘निश्चित तौर पर इसमें पिछली तिमाही के मुकाबले सुधार आया है, जब कर्मचारियों की संख्या शुध्द तौर पर घट गई थी।’ वैश्विक आर्थिक मंदी और अनिश्चितताओं के बावजूद कंपनी कैंपस प्लेसमेंट की अपनी योजना के साथ सावधानीपूर्वक आगे बढ़ रही है।