गुजरात के रसायन उद्योग में लघु एवं मझोले उद्यमों (एसएमई) को पेइचिंग ओलंपिक के कारण कच्चे माल की कीमतों में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी का दंश झेलना पड़ा था और अब कुछ महीने बाद ही फिनिश्ड सामान इनकी दिक्कत का सबब बन गए हैं।
वैश्विक मंदी के कारण पश्चिमी देशों के बाजार वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं जिससे इन लघु उद्योगों को मिलने वाले ऑर्डरों में भी कमी आनी शुरू हो गई है। न सिर्फ घरेलू आपूर्ति और निर्यात ऑर्डरों में कमी आई है बल्कि भुगतान चक्र भी बेहद सीमित हो गया है।
तकरीबन एक साल पहले 90 दिन की क्रेडिट लिमिट की पेशकश की गई थी जो अब घट कर महज 3 दिन की अवधि रह गई है। इस उद्योग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि पूंजी की जरूरत का काम अब दिन प्रतिदिन आधार पर पूरा किया जाएगा। यह हमारे लिए वास्तव में बेहद विकट स्थिति है।
कच्चे माल की ऊंची कीमतों पर खरीद और आर्थिक मंदी की वजह से फिनिश्ड उत्पादों की कीमतों में गिरावट आने से इन लघु उद्योगों के मार्जिन पर दबाव पड़ रहा है। गुजरात केमिकल एसोसिएशन (जीसीए) के अध्यक्ष जयमिन वासा के मुताबिक ऑर्डरों में कमी आने से बिना बिके उत्पादों का अंबार लगते जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा एसएमई को समय पर भुगतान भी नहीं किया जा रहा है जिससे बाजार में उनका भरोसा समाप्त होता जा रहा है।
अधिक आपूर्ति और कम मांग से जूझ रही रसायन कंपनियां ज्यादा ऑर्डर देने से परहेज कर रही हैं। अहमदाबाद की जय केमिकल्स लिमिटेड के निदेशक बिपिन पटेल कहते हैं, ‘हाल के समय में मुश्किल से ही कोई वैश्विक ऑर्डर मिला होगा। हमारे मार्जिन में इस कदर गिरावट आ गई है कि हम में से कुछ ही नकदी प्रवाह के साथ अपना व्यवसाय चला रहे हैं। इस महंगाई के समय में वसूली को लेकर भी भय बना हुआ है। क्रेडिट लिमिट 90 दिन से घटा कर महज 3 दिन किए जाने से हमारी जरूरतें पूरी नहीं हो रही हैं।’
सूत्रों का कहना है कि गुजरात के एसएमई क्षेत्र में हाल के कुछ समय में 1,000 टन से भी अधिक के रसायनों के सामान का ढेर लगा हुआ है। कुछ मामलों में कीमतों में 50 फीसदी से भी अधिक की गिरावट देखी गई है।
पांच महीने पहले एक किलोग्राम सल्फर की कीमत 42 रुपये थी जो अब 13 रुपये प्रति किलो रह गई है। इसी तरह इस्तेमाल हो चुके लौह पाउडर की कीमत 30 रुपये प्रति किलो थी जो अब घट कर 13 रुपये प्रति किलो रह गई है। इसके अलावा सल्फ्यूरिक एसिड की कीमत भी कुछ ही महीनों में 11 रुपये से घट कर 6 रुपये प्रति किलो पर आ गई है।