व्यावसायिक प्रॉपर्टी की मांग में आ रही गिरावट को संगठित खुदरा क्षेत्र अपने लिए एक अच्छे मौके के तौर पर देख रहा है।
इसका फायदा उठाते हुए तमाम रिटेल कंपनियां अपनी विस्तार योजनाओं को सिरे चढ़ाने में जुट गई हैं। दरअसल, पिछले एक साल के दौरान प्रथम और द्वितीय श्रेणी के शहरों में रिटेल स्टोर के किरायों में करीब 35 फीसदी की गिरावट आई है।
रिटेल कंपनियों का कहना है कि खास-खास स्थानों पर उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है। यही वजह है कि रिटेल कंपनियां अपने लिए व्यावसायिक स्थलों की बुकिंग करा रही हैं, जहां अगले दो साल के अंदर स्टोर खोले जाने हैं।
आदित्य बिरला रिटेल के मुख्य कार्याधिकारी थॉमस वर्गीज का कहना है कि कुछ समय पहले तक कई जगहों पर स्टोर का किराया बहुत ज्यादा है, लेकिन अब इसमें गिरावट आ रही है। ऐसे में कंपनी की योजना है कि वह अपने हाइपर मार्केट का जल्द से जल्द विस्तार करे।
कुछ महीने पहले तक भारत में रिटेल स्टोर का किराया 300 से 400 बेसिस प्वाइंट तक था, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर से कहीं ज्यादा थी। लेकिन मांग में कमी आने की वजह से किराए में भी गिरावट का दौर शुरू हो गया है।
किराना और परिधानों के रिटेल स्टोर का किराया कुल बिक्री का करीब 10 से 20 फीसदी तक था, जबकि अब यह कम होकर 6 से 12 फीसदी रह गया है। मुंबई के लिंकिंग रोड, दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन और बेंगलुरु में रिटेल स्टोर के किराए में पिछले तीन साल के दौरान करीब 50 फीसदी का इजाफा हुआ है।
हालांकि अब स्थिति बदल गई है। ज्यादातर रिटेल कंपनियों ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि इस साल रिटेल किराए में करीब 35 फीसदी की गिरावट आई है। सुभिक्षा का कहना है कि पिछले छह माह के दौरान उसके किराया व्यय में करीब 20 फीसदी की कमी आई है।
सुभिक्षा ट्रेडिंग सर्विसेज के प्रबंध निदेशक आर. सुब्रमणियन ने बताया कि किराए में कमी से कंपनी की विस्तार योजनाओं को बल मिला है। उन्होंने बताया कि अगले 12 महीने में कंपनी 600 नए स्टोर खोलने की योजना बना रही है। किशोर बियाणी का फ्यूचर ग्रुप अपना विस्तार कर मार्च 2009 तक 1.5-1.6 करोड़ वर्ग फीट में स्टोर खोलने की योजना बना रहा है।
विस्तार योजनाएं
कंपनी नए स्टोर कब तक
सुभिक्षा 600 12माह में
स्पेंसर 100 6 माह में
कुटन्स 50 2 माह में
बिग बाजार 40 8 माह में