आर्थिक मंदी से जूझ रहे रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए दूसरी तिमाही के वित्त परिणाम काफी निराशाजनक रहे हैं।
बढ़ती कीमतों और प्रॉपर्टी की कम बिक्री के कारण रियल एस्टेट कंपनियों के मुनाफे में गिरावट आई है। विश्लेषकों के मुताबिक आने वाली तिमाही रियल एस्टेट कंपनियों के लिए और भी मुश्किल होने वाली हैं। उनका मानना है कि प्रॉपर्टी की बिक्री में और भी गिरावट आने की आशंका है।
बढ़ती लागत के डीएलएफ के शुद्ध संचयी मुनाफे में पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 4 फीसदी की गिरावट आई है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कं पनी का शुद्ध मुनाफा 1,935.35 करोड़ रुपये हुआ। जबकि पिछले साल कंपनी को इसी अवधि के दौरान 2,018.23 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
कंपनी की कुल आय में 15 फीसदी का इजाफा हुआ है। डीएलएफ के वाइस चेयरमैन राजीव सिंह ने बताया, ‘तरलता की कमी और जीडीपी की विकास दर के बाद भी हमारा कारोबार भी ठीक ही रहा है। प्रीमियम परियोजनाओं की बिक्री होने के कारण हम इन हालात में भी सकारात्मक सोच रहे हैं।’
बेंगलुरु की कंपनी पूर्वांकरा प्रोजेक्ट्स के शुद्ध मुनाफे में भी 16 फीसदी की गिरावट आई है। कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक रवि पूर्वांकर ने बताया, ‘हमें बाजार के बुरे हालातों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बाद भी हमने इस तिमाही में मुनाफे की दर बरकरार रखी है।’