भारती एंटरप्राइजेज और ब्रुकफील्ड ने कुल 33 लाख वर्ग फुट की चार वाणिज्यिक परिसंपत्तियों के लिए 5,000 करोड़ रुपये के उद्यम मूल्य पर संयुक्त उपक्रम बनाने का समझौता किया है। इस संयुक्त उपक्रम के तहत ब्रुकफील्ड प्राइवेट रियल एस्टेट फंड भारतीय एंटरप्राइजेज से 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगा जबकि भारती के पास इन परिसंपत्तियों में 49 फीसदी हिस्सेदारी बनी रहेगी। इन परिसंपत्तियों में वल्र्डमार्क एयरोसिटी (दिल्ली), वल्र्डमार्क 65 और एयरटेल सेंटर (गुरुग्राम) और पैविलियन मॉल (लुधियाना) शामिल हैं।
अब ब्रुकफील्ड की रियल एस्टेट परिचालन इकाई ब्रुकफील्ड प्रॉपर्टीज इन परिसंपत्तियों का प्रबंधन करेगी। वल्र्डमार्क एयरोसिटी दिल्ली एनसीआर में मिश्रित उपयोग वाली 14.3 लाख वर्ग फुट परिसंपत्ति है, जिसमें प्रतिष्ठित वित्तीय सेवा कंपनियां, दिग्गज वैश्विक कंपनियां और प्रतिष्ठित सरकारी कंपनियां किरायेदार हैं।
एयरटेल सेंटर गुरुग्राम में 7 लाख वर्ग फुट में फैला शानदार कॉरपोरेट कार्यालय है। वल्र्डमार्क 65 भी गुरुग्राम के दक्षिणी हिस्से में 7 लाख फुट से अधिक की मिश्रित उपयोग वाली परिसंपत्ति है। भारती एंटरप्राइजेज के समूह निदेशक हरजीत कोहली ने कहा, ‘हम उत्तरी भारत में अपनी चार अहम परिसंपत्तियों के लिए ब्रुकफील्ड के साथ संयुक्त उद्यम करार कर खुश हैं। हमें वाणिज्यिक रियल्टी खंड के बेहतर प्रदर्शन का भरोसा है क्योंकि भारत की अर्थव्यवस्था आगे उत्साहजनक वृद्धि के अवसर मुहैया करा रही है और हम अपनी परिसंपत्तियों को बढ़ाने में निवेश जारी रखेंगे।’
ब्रुकफील्ड के पास देश के छह प्रमुख शहरों में 4.7 करोड़ वर्ग फुट वाणिज्यिक रियल एस्टेट परिसंपत्तियां हैं। इसकी दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, बेंगलूरु, चेन्नई, पुणे और कोलकाता में मजबूत उपस्थिति है।
ब्रुकफील्ड के प्रबंध निदेशक, रियल एस्टेट प्रमुख (भारत एवं मध्य पूर्व) और भारत के कंट्री हेड अंकुर गुप्ता ने कहा, ‘हम भारती के साथ इस साझेदारी से बहुत खुश हैं और इन प्रीमियम परिसंपत्तियों की पहचान को मजबूत करने की उम्मीद कर रहे हैं। आज किरायेदार कंपनियां समझ रही हैं कि काम करने की जगह का कर्मचारियों की सेहत पर कितना सकारात्मक असर पड़ता है और इस बदलाव के कारण हमें बेहतर प्रबंधन वाली वाणिज्यिक रियल एस्टेट परिसंपत्तियों के लिए तगड़े मौके नजर आ रहे हैं।’
भारती रियल्टी का अपनी शेष वाणिज्यिक परिसंपत्तियों पर स्वामित्व बना रहेगा और वह उनका परिचालन करती रहेगी। इन परिसंपत्तियों में दिल्ली एयरोसिटी में करीब एक करोड़ वर्ग फुट का निर्माण शामिल है। यह आगे भी अहम जगहों पर प्रीमियम गुणवत्ता के वाणिज्यिक रियल एस्टेट के विकास जारी रखेगी। यह सौदा आवश्यक नियामकीय मंजूरियां मिलने पर ही पूरा होगा।
