मुंबई के नजदीक ठाणे में अपनी पहली आवासीय परियोजना के बाद, टेक्सटाइल एवं अपैरल दिग्गज रेमंड की रियल एस्टेट इकाई दक्षिण मुंबई और शहर के मध्य एवं पश्चिमी इलाकों में आवासीय परिसंपत्तियां विकसित करने की संभावना तलाश रही है। रेमंड रियल्टी के मुख्य कार्याधिकारी हरमोहन एच साहनी ने बताया कि कंपनी ने अगले पांच साल में 1.7 करोड़ वर्ग फुट बिक्री योग्य क्षेत्र विकसित करने की योजना बनाई है।
साहनी ने कहा कि अपनी पैतृक के स्वामित्व में कंपनी ठाणे में 30 लाख वर्ग फुट की आवासीय परिसंपत्तियां विकसित कर रही है और अगले वर्ष के अंत तक उसने इसे बढ़ाकर 50 लाख वर्ग फुट करने की योजना बनाई है।
ठाणे में रेमंड के स्वामित्व वाले 120 एकड़ भूखंड में से 20 एकड़ प्रवर्तक परिवार द्वारा संचालित स्कूल से संबंधित है, 20 एकड़ को मॉल डेवलपर वर्चअस रिटेल को बेचा गया है, और 80 एकड़ भूमि संपत्ति विकास के लिए बची हुई है, जिसमें से 14 एकड़ मौजूदा परियांजनाओं के लिए रखी गई है। साहनी ने कहा कि कंपनी अपनी परियोजनाओं का वित्त पोषण आंतरिक स्रोतों और कर्ज के जरिये करेगी, जिससे उसे 1:1 के कर्ज-पूंजी अनुपात का सामना करना पड़ेगा।
मुंबई क्षेत्र में, कंपनी संयुक्त विकास मॉडल पर परियोजनाएं विकसित करने की संभावना तलाश रही है, जिसमें वह राजस्व को भूमि मालिकों के साथ साझा करेगी। इस मॉडल को मंबई की गोदरेज प्रॉपर्टीज द्वारा लोकप्रिय बनाया गया है। साहनी ने कहा कि कंपनी मुंबई क्षेत्र में मिड-मार्केट-टु प्रीमियम परिसंपत्तियां विकसित करेगी।
कंपनी पुरानी आवासीय इमारतों की पुनर्विकास परियोजनाओं और पारिवारिक परिसंपत्तियों पर भी ध्यान देगी। गोदरेज प्रॉपर्टीज और ओबरॉय रियल्टी जैसे बड़े डेवलपर शहर में पुनर्विकास परियोजनाओं पर सक्रियता बढ़ा रहे हैं। रेमंड की विस्तार योजनाएं ऐसे समय में सामने आई हैं जब डीएलएफ और प्रेस्टीज एस्टेट्स जैसे राष्ट्रीय डेवलपर मुंबई रियल्टी बाजार में दस्तक दे रहे हैं, और गोदरेज अपने घरेलू बाजार में भी दायरा बढ़ाने की संभावना देख रही है।
एनारॉक प्रॉपर्टी कंसल्टेंट्स के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि मुंबई बाजार के लिए रेमंड रियल्टी का उत्साह स्टांप शुल्क कटौती और मुंबई महानगर क्षेत्र में लक्जरी आवास खंड में तेजी को देखते हुए उचित भी लग रहा है।
पुरी ने कहा, ‘दौरान स्टंप शुल्क रियायत में मांग बढऩे से बड़ी तादाद में ग्रेड ए और राष्ट्रीय कंपनियों ने अपनी सक्रियता बढ़ाई है। पर्याप्त आपूर्ति पहले से ही उपलब्ध होने से मांग के संदर्भ में दक्षिण मुंबई और केंद्रीय इलाकों पर सावधानीपूर्वक ध्यान दिए जाने की जरूरत होगी। यदि खरीदारों को अच्छी वैल्यू के प्रस्ताव मिलें तो इन बाजारों में अभी भी सुधार की संभावना बनी हुई है। अधिक आपूर्ति के पिछले परिदृश्य का इस्तेमाल संदर्भ बिंदु के तौर पर किया जाना चाहिए।’
कंपनी अगले साल के अंत तक ठाणे में वाणिज्यिक परियाज्जना शुरू करने की भी संभावना तलाश रही है। कंपनी ठाणे में करीब 10 लाख वर्ग फुट की वाणिज्यिक परिसंपत्ति को विकसित करेगी।