भारतीय कंपनियों के छोटे कंपनियों पर पड़ने वाली मंदी की आंच ने अब वरिष्ठ अधिकारियों को भी अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर लिया है।
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सॉल्युशंस मुहैया कराने वाली रैमको सिस्टम्स ने बढ़ती लागत पर नियंत्रण पाने के लिए वरिष्ठ प्रबंधकों के वेतन में कटौती करने का निर्णय लिया है। कंपनी अपने 1,663 कर्मियों में से 220 अधिकारियों के वेतन में 10 से 15 प्रतिशत तक कमी करेगी।
मौजूदा समय में वित्तीय संकट से जूझ रही कंपनी ने वेतन में कमी करने का फैसला लिया है। वैसे इस साल मई में रैमको सिस्टम्स ने अपने कुल कर्मियों के 10 प्रतिशत या कहें 200 लोगों की छंटनी कर दी थी।
कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी कामेश राममूर्ति ने वेतनों में कमी की बात को स्वीकार किया है और उनका कहना है कि यह फैसला खुद-ब-खुद प्रबंधकों की ओर से आया है और इसलिए उन की मनोदशा पर किसी तरह का दबाव पड़ने की उम्मीद हमें नहीं है।
वेतन में कटौती करने का निर्णय इस साल सितंबर में शुरू हुए वैश्विक वित्तीय संकट की शुरुआत में ही ले लिया गया था। रैमको सिस्टम्स में कर्मचारियों पर कंपनी की कुल लागत का लगभग 65 प्रतिशत खर्च किया जाता है।
राममूर्ति का कहना है, ‘वेतन में यह तब्दीली सिर्फ प्रबंधकों और उनसे ऊपर के लोगों के लिए है और यह हमारे किसी अन्य अधिकारी पर लागू नहीं होगी।’ कंपनी ने निश्चित वेतन के कुछ भाग को परिवर्तनीय वेतन में बदल दिया है, जिससे लागत कुछ कम होगी।
रैमको सिस्टम्स लगभग एक साल से विभिन्न पदों पर आसीन कुछ कर्मियों के वेतन में कटौती की संभावनाएं तलाश रही थी, जिसका मौका उसे अब मिला है। शुरुआत के लिए कंपनी ने पर्यटन और संचार से लेकर विदेशों में रहने वाले कर्मियों के लिए किराए जैसी लागतों में कमी है। उनका कहना है, ‘इसके पीछे हमारा विचार परिचालन स्तर पर अधिक मुनाफा कमाना है।’
कंपनी ने सितंबर, 2008 में समाप्त दूसरी तिमाही के दौरान शुध्द मुनाफे में गिरावट दर्ज की है। पिछले साल की समान अवधि में कंपनी का शुध्द मुनाफा 23.26 लाख रुपये था जो इस तिमाही में घटकर 2.48 लाख रुपये रह गया।
वित्त वर्ष 2007-08 में रैमको सिस्टम्स का कुल कारोबार 204 करोड़ रुपये था और कंपनी का शुध्द मुनाफा 10.48 करोड़ रुपये, मार्जिन लगभग 5 प्रतिशत था। आला दर्जे की आईटी कंपनियों जैसे कि इन्फोसिस, विप्रो और टीसीएस ने 24 से 27 प्रतिशत के बीच में मार्जिन दर्ज किया, जबकि मझोले दर्जे की आईटी फर्मों का मार्जिन 12 से 15 प्रतिशत के बीच रहा।