बेंगलूरु की रियल एस्टेट कंपनी पूर्वांकरा ने वैश्विक निवेा फर्म मॉर्गन स्टैनली संग अपने वेयरहाउसिंग संयुक्त उद्यम को फिलहाल टाल दिया है। कंपनी अब देश में रिहायशी एवं वाणिज्यिक प्रॉपर्टी पर ध्यान केंद्रित करेगी। दोनों कंपनियों ने दक्षिणी एवं पश्चिमी भारत में नई वेयरहाउसिंग प्रॉपर्टी विकसित करने के लिए 2019 में एक संयुक्त उद्यम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत पहली परियोजना पिछले साल ही शुरू होने वाली थी।
सूत्रों ने बताया कि यह संयुक्त उद्यम मुंबई के बाहरी इलाके में भूखंड खरीदना चाहता था। कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी अभिषेक कपूर ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में कहा, ‘हम उस पर (मॉर्गन स्टैनली के साथ संयुक्त उद्यम) अब विराम लगा रहे हैं। अब हमारा ध्यान रिहायशी एवं वाणिज्यिक प्रॉपटी पर है।’ पूर्वांकरा ने पिछले पांच वर्षों में जेवी और रणनीतिक साझेदारी के जरिये अगले पांच वर्षों में वेयरहाउसिंग कारोबार में 1,500 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई थी।
कंपनी वित्त वर्ष 2022 में 1.4 करोड़ वर्ग फुट की रिहायशी परियोजनाएं लॉन्च करने की तैयारी कर रही है जबकि अगले तीन से चार साल के दौरान 85 लाख वर्ग फुट की वाणिज्यिक परियोजनाएं शुरू करने का लक्ष्य है। कंपनी अगले चार से पांच वर्षों के दौरान अपने पोर्टफोलियो में वाणिज्यिक परियोजनाओं की हिस्सेदारी को बढ़ाकर 25 फीसदी करना चाहती है। इस बाबत टिप्पणी के लिए मॉर्गन स्टैनली से संपर्क नहीं हो सका। वैश्विक निवेशक की रियल एस्टेट निवेश इकाई मॉर्गन स्टैनली रियल एस्टेट इन्वेस्टिंग (एमएसआरईआई) देश के वेयरहाउसिंग क्षेत्र में काफी सक्रिय है।