निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक के निवर्तमान मुख्य कार्याधिकारी आदित्य पुरी ने बैंक में अपनी कुल हिस्सेदारी में 95 प्रतिशत हिस्सा 842.7 करोड़ रुपये में बेच दिया है। पुरी के पास एचडीएफसी बैंक के 77.96 लाख शेयर (0.14 प्रतिशत हिस्सेदारी) थे, जिनमें 74.2 लाख शेयरों की बिक्री वह 21 जुलाई से 23 जुलाई के बीच कर चुके हैं।
इस बारे में एचडीएफसी बैंक के एक प्रवक्ता ने कहा,’ये शेयर पुरी को अलग-अलग मौकों पर विभिन्न दामों पर दिए गए थे। जितनी रकम में पुरी ने अपनी हिस्सेदारी बेची है, उनमें खरीद मूल्य एवं करों की गणना भी की जाएगी। इस तरह, शेष बची रकम काफी कम होगी।’ पुरी भारत में किसी निजी बैंक में सबसे लंबे समय तक काम करने वाले मुख्य कार्याधिकारी हैं। वह पिछले 26 वर्षों (वर्ष 1994 से) से एचडीएफसी बैंक की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इस वर्ष अक्टूबर में वह सेवानिवृत्त हो जाएंगे। अक्टूबर में वह 70 वर्ष के हो जाएंगे। किसी निजी बैंक में मुख्य कार्याधिकारी के लिए अधिकतम उम्र सीमा 70 वर्ष है।
पुरी के जाने के बाद बैंक के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ पद के लिए तीन संभावित दावेदार हैं। बैंक इन दावेदारों के नाम पर भारतीय रिजर्व बैंक से अनुमति मिलने का इंतजार कर रहा है।
