अनिल अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस कैपिटल (आरसीएल) के लेनदारों ने अपनी सभी प्रमुख परिसंपत्तियों की बिक्री के लिए अभिरुचि पत्र (ईओआई) आमंत्रित की है। इन परिसंपत्तियों में रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी (आरजीआई) में पूरी हिस्सेदारी और रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस में 51 फीसदी हिस्सेदारी भी शामिल हैं।
संभावित बोलीदाता रिलायंस कैपिटल की सभी परिसंपत्तियों के लिए अथवा साथ मिलकर अभिरुचि पत्र जमा करा सकते हैं। अभिरुचि पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 1 दिसंबर निर्धारित की गई है। कंपनी ने अपनी म्युचुअल फंड इकाई के लिए भी अभिरुचि पत्र आमंत्रित किया है जहां उसकी 49 फीसदी हिस्सेदारी है।
एक बैंकिंग सूत्र ने कहा कि मौद्रिकरण की प्रक्रिया का संचालन डिबेंचरधारकों और डिबेंचर ट्रस्टी की समिति विस्तारा आईटीसीएल इंडिया किया जा रहा है जिसकी रिलायंस कैपिटल के 15,000 करोड़ रुपये के ऋण में से 93 फीसदी हिस्सेदारी है। एसबीआई कैप और जेएम फाइनैंशियल डिबेंचर धारकों की ओर से इस प्रक्रिया का संचालन करेंगे।
एक बैंकर ने कहा, ‘हम अच्छी पेशकश की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि रिलायंस जनरल इंश्योरेंस चौथी सबसे बड़ी निजी बीमा कंपनी है। सामान्य बीमा श्रेणी में इस साल मार्च तक उसकी बाजार हिस्सेदारी 4.5 फीसदी थी।’ आरजीआई की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है और 30 सितंबर 2020 तक उसके निवेश खाते का आकार 12,315 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने कोविड के दौर में भी अच्छा प्रदर्शन दर्ज किया है। वित्त वर्ष 2021 के पहले छह महीनों के दौरान उसकी सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम आय 4,501 करोड़ रुपये रही। इसके अलाीवा उसके पास 134 शाखाओं का एक मजबूत वितरण नेटवर्क भी है और 30 सितंबर, 2020 तक देश भर में उसके एजेंटों की संख्या 46,742 थी। दूसरी ओर, रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस के पास जापान की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी निप्पॉन लाइफ का साथ है, जिसकी कंपनी में 49 फीसदी हिस्सेदारी है।
रिलायंस निप्पॉन लाइफ निजी क्षेत्र की 10वीं सबसे बड़ी बीमा कंपनी है। वह 717 कार्यालयों के नेटवर्क के साथ सबसे बड़ी गैर-बैंकिंग कंपनियों में से एक है। बैंकर ने कहा कि कंपनी ने पिछले चार वर्षों में एम्बेडेड मूल्य में 75 फीसदी वृद्धि दर्ज की है और वित्त वर्ष 2020 में उसने 35 करोड़ रुपये का कर बाद लाभ दर्ज किया।
