टेमासेक समर्थित एडटेक स्टार्टअप – अपग्रेड चार अरब डॉलर के मूल्यांकन के साथ वैश्विक पीई और वीसी निवेशकों से 40 करोड़ डॉलर जुटाने के लिए बातचीत कर रही है और अगले दो से तीन महीनों के दौरान दो महत्त्वपूर्ण अधिग्रहण निपटा लेगी। इनमें से कंपनी वैश्विक शॉर्ट-फॉर्म पाठ्यक्रम के क्षेत्र में है और और दूसरी कार्यकारी शिक्षा के क्षेत्र में। इस घटनाक्रम के करीब सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
उच्च शिक्षा और कौशल विकास करने वाली यह कंपनी अब तक टेमासेक और आईएफसी की अगुआई में दो अलग-अलग बाहरी दौर में 16 करोड़ डॉलर जुटा चुकी है, जिससे इसका मूल्यांकन 85 करोड़ के आस-पास हो गया है। वर्ष 2015 में स्थापित इस कंपनी ने इन दोनों दौरों को इसी साल पूरा किया है और इससे पहले यह पूरी तरह से निजी वित्त पर ही निर्भर थी।
संपर्क किए जाने पर अपग्रेड के चेयरमैन और सह-संस्थापक रोनी स्क्रूवाला ने हालांकि इस वित्त पोषण पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन अधिग्रहण की पुष्टि की, जो अब तक उनका चौथा और पांचवां अधिग्रहण है। स्कू्रवाला ने इन अधिग्रहणों के संबंध में कहा कि ये महत्त्वपूर्ण कंपनियां हैं, जो हमारे समूह में बहुत अधिक मूल्य जोडऩे जा रही हैं।
मूल्यांकन और यूनिकॉर्न में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कोई खास विवरण दिए बगैर कहा, ‘हम कई योजनाएं बना रहे हैं और इसलिए अगली कोशिश यूनिकॉर्न में शामिल होने के मुकाबले बड़ी होगी।’
इस निवेश राउंड के साथ, कंपनी एडटेक कंपनियों बैजूज और अनअकेडेमी जैसी दिग्गजों की सूची में शामिल हो सकती है और यूनिकॉर्न की जमात में प्रवेश कर सकती है। अनअकेडेमी जापानी कंपनी सॉफ्टबैंक द्वारा निवेश राउंड में 15 करोड़ डॉलर की पूंजी जुटाकर पिछले साल सितंबर में यूनिकॉर्न बन गई थी। क्रंचबेस डेटा के अनुसार, अपने मूल्यांकन में भारी वृद्घि दर्ज करने वाली बैजूज ने 18 निवेश राउंड के दौरान 2.7 अरब डॉलर की पूंजी जुटाई है। उसने अपना मूल्यांकन जनवरी 2020 के 8 अरब डॉलर से दोगुना बढ़ाकर इस साल जून में 16.5 अरब डॉलर किया और देश में बेहद मूल्यवान स्टार्टअप बनने में सफलता हासिल की। इस साल यूनिकॉर्न से संबंधित मूल्यांकन पर ध्यान केंद्रित करने वाले दो अन्य शिक्षा संबंधित स्टार्टअप हैं वेदांतू और इरुडिटस।
अपग्रेड राजस्व वृद्घि पर ध्यान केंद्रित कर रही है और अपने राजस्व आंकड़ों में पहली तिमाही और वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही के बीच तीन गुना तक की वृद्घि की संभावना तलाश रही है, और उसे सालाना राजस्व दर 50 करोड़ डॉलर के पार पहुंचने की उम्मीद है। बिजनेस इंटेलीजेंस प्लेटफॉर्म टॉफलर से प्राप्त वित्तीय आंकड़े के अनुसार, कंपनी का नुकसान वित्त वर्ष 2020 में बढ़कर 79 करोड़ रुपये पर पहुंच गया था, जो वित्त वर्ष 2019 में 43 करोड़ रुपये था।
वर्ष 2015 में स्कू्रवाला, मयंक कुमार, फाल्गुन कोम्पल्ली, और रविजोत चुघ द्वारा स्थापित अपग्रेड ने रिक्रूटिंग एवं स्टाफिंग सॉल्युशन कंपनी रिक्रूट इंडिया और बेंगलूरु स्थित कोचिंग संस्थान द गेट एकेडेमी को पिछले साल खरीदा था। उसने हाल में वीडियो-केंद्रित लर्निंग सॉल्युशन प्लेटफॉर्म इम्पार्टस का अधिग्रहण किया है और उसके विकास में निवेश के लिए 150 करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रतिबद्घता जताई है। मुंबई स्थित स्टार्टअप अपने पांच अधिग्रहणों से 400-600 करोड़ रुपये राजस्व पर ध्यान दे रहा है, जिनमें एक वित्त वर्ष 2023 तक शॉर्ट-टर्म कोर्स और एक्जीक्यूटिव शिक्षा से संबंधित है।
