वित्त वर्ष 2022 की तीसरी तिमाही तक प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) में सपाट वृद्घि दर्ज करने के बाद पूनावाला फिनकॉर्प (पीएफएल) को ऋणों का मासिक वितरण मौजूदा करीब 600 करोड़ रुपये से बढ़कर मार्च 2023 तक 1,000 करोड़ रुपये पर पहुंच जाने की संभावना है।
कंपनी अगले वित्त वर्ष के अंत तक अपनी एयूएम 21,000 करोड़ रुपये के पार पहुंचने की उम्मीद कर रही रही है। इसके बाद, उसने अपने बहीखाते में सालाना 30-32 प्रतिशत की वृद्घि करने की योजना बनाई है।
दिसंबर, 2021 के अंत में उसकी एयूएम 15,228 करोड़ रुपये पर सपाट रही, जबकि दिसंबर 2020 में यह 15,006 करोड़ रुपये थी। वहीं सितंबर 2021 में यह आंकड़ा 15,275 करोड़ रुपये था। परिसंपत्तियों में सपाट वृद्घि के बारे में कंपनी का कहना है कि समेकित एयूएम में कुछ बंद हो चुकी ऋण योजनाएं भी शामिल हैं। इससे शुरुआती वर्ष में बड़े सुधार में मदद नहीं मिली।
कंपनी ने कुछ उत्पाद बंद कर दिए क्योंकि वे ऊंचे नकदी संग्रह, ऊंची परिचालन लागत और ज्यादा ऋण लागत से जुड़े हुए थे। उस बहीखाते में कमजोरी की भरपाई अन्य उत्पादों में दर्ज की गई वृद्घि से की। अभी भी कंपनी पर करीब 3,600 करोड़ रुपये का कर्ज है जिसमें कमी लाने की कोशिश बरकरार रहेगी। ऋण वितरण की दर करीब 55 से 60 फीसदी है।