वित्तीय तकनीक क्षेत्र की दिग्गज कंपनी पेटीएम इस साल के अंत तक अपने प्लेटफॉर्म पर मौजूद डेवलपरों की संख्या को बढ़ाकर 2,000 से 3,000 तक पहुंचाने की कोशिश में है। फिलहाल उसके ऐप में करीब 700 डेवलपर मौजूद हैं। ऐसा होने पर पेटीएम भी एक सुपर ऐप हो जाएगा और वह भुगतान सेवा के अलावा वाणिज्य, रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी खरीद और वित्तीय सेवाएं देने वाले ऐप का भी एक समुच्चय हो जाएगा।
पेटीएम की खुद को सुपर ऐप में तब्दील करने की रणनीति चीनी निवेशक अलीबाबा के पेमेंट ऐप अलीपे की तरह है जिसने अपने प्लेटफॉर्म पर अधिक उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए खुद को बदला था। चीन में वीचैट और अलीपे जैसे पेमेंट ऐप खुद को सुपर ऐप में बदलने में सफल रहे हैं जहां पर सैकड़ों मिनी ऐप मौजूद होते हैं। निश्चित रूप से पेटीएम का सबसे बड़ा उपभोक्ता आधार भुगतान सेवाओं का ही है जिसके इस्तेमाल 33.3 करोड़ लोग करते हैं और 2.12 करोड़ कारोबारी भी इससे जुड़े हुए हैं। आईपीओ लाने के पहले दी गई मसौदा रिपोर्ट के मुताबिक पेटीएम भारत का सबसे बड़ा भुगतान प्लेटफॉर्म है और वित्त वर्ष 2020-21 में इसका सकल वाणिज्यिक मूल्य 4,033 अरब रुपये रहा था। पेटीएम के मिनी ऐप स्टोर पर 31 मार्च 2021 को 57 लाख लोग मासिक सक्रिय उपयोग कर रहे थे।
पेटीएम के मिनी ऐप स्टोर के प्रमुख श्रेयस श्रीनिवासन कहते हैं, ‘हमारी रणनीति यह है कि उपयोगकर्ताओं को हर दिन पेटीएम का ऐप ज्यादा वजहों से खोलना पड़े। हम अधिक एकीकृत सेवाएं देना चाहते हैं ताकि उपयोगकर्ताओं को अलग-अलग जगहों पर अकाउंट बनाने की जरूरत न पड़े।’ हालांकि श्रीनिवासन ने यह नहीं बताया कि साल के अंत तक पेटीएम अपने प्लेटफॉर्म पर कितने डेवलपरों को लाने की योजना बनाकर चल रहा है। पेटीएम ने अपने रेड हैरिंग मसौदे में कहा है कि उपभोक्ता ऑनलाइन रिचार्ज, बिल भुगतान, पैसे का अंतरण, और इन-स्टोर मर्चेंट जैसी सेवाओं का विकल्प चुन सकते हैं। वे मनोरंजन एवं यात्रा के टिकट खरीद सकते हैं, कंटेंट उपभोग कर सकते हैं और ऑनलाइन गेम खेलने के अलावा फूड डिलिवरी, सवारी गाडिय़ां और ई-कॉमर्स सेवाओं से जुड़े सैकड़ों ऐप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। व्यापक दायरे वाली वित्तीय सेवाएं- मसलन, उपभोक्ता वॉलेट, पोस्टपेड, ब्रोकरेज अकाउंट और इक्विटी कारोबार अकाउंट का संचालन भी किया जा सकता है।