भारत के सबसे बड़े डिजिटल भुगतान प्रदाता पेटीएम की प्रवर्तक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस ने देश में अब तक का सबसे बड़ा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने के लिए दस्तावेज आज जमा कर दिए। आईपीओ कुल 16,600 करोड़ रुपये का होगा, जिसमें आधी पूंजी नए शेयर जारी कर जुटाई जाएगी। बाकी 8,300 करोड़ रुपये कंपनी के संस्थापक विजय शेखर शर्मा, चीन की एंट फाइनैंशियल और अलीबाबा, प्राइवेट इक्विटी दिग्गज सैफ पार्टनर्स, सॉफ्टबैंक विजन फंड और बर्कशर हैथवे के कुछ शेयर बेचकर जुटाए जाएंगे।
पेटीएम ने कहा कि वह आईपीओ से पहले 2,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इससे आईपीओ में कुछ कम नए शेयर जारी करने होंगे। सूत्रों ने कहा कि कंपनी आईपीओ में अपना मूल्यांकन 25 अरब डॉलर (1.86 लाख करोड़ रुपये) से 30 अरब डॉलर (2.24 लाख करोड़ रुपये) के बीच लाना चाहती है। इससे पेटीएम देश की 10 सबसे ज्यादा मूल्यवान वित्तीय कंपनियों में शामिल हो जाएगी। पिछली बार रकम जुटाते वक्त पेटीएम की कीमत 16 अरब डॉलर (1.2 लाख करोड़ रुपये) आंकी गई थी। निवेश बैंकरों ने कहा कि पेटीएम का आईपीओ साल के अंत तक आ सकता है। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) आईपीओ दस्तावेज को मंजूरी देने में आम तौर पर दो से तीन महीने लेता है।
पेटीएम का आईपीओ दस्तावेज जमा होने से ऐन पहले जोमैटो आईपीओ लाने वाली देश की पहली यूनिकॉर्न बन गई और उसके आईपीओ को जबरदस्त सफलता मिली है। मोबिक्विक, पॉलिसीबाजार, कारट्रेड और नायिका जैसे स्टार्टअप भी आईपीओ लाने की तैयारी में हैं।
जोमैटो के आईपीओ को दूसरी तकनीकी और स्टार्टअप कंपनियों के आईपीओ के लिए कसौटी माना जा रहा था। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि फूड डिलिवरी कंपनी के आईपीओ से संकेत मिलता है कि कंपनी में विकास करने की क्षमता हो तो निवेशक मुनाफे के गणित को अनदेखा भी कर सकते हैं।
वित्त वर्ष 2020-21 में पेटीएम को 1,701 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था और उसकी आय 3,187 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी ने कहा कि नुकसान कम करने के लिए उसने कई कदम उठाए हैं।
पेटीएम ने बयान में कहा, ‘कंपनी परिचालन और प्रक्रिया को सुगम बनाकर सर्तक योजना से नुकसान को कम कर रही है। साथ ही मार्केटिंग और दूसरी प्रत्यक्ष तथा परोक्ष लागत भी घटाई जा रही हैं।’ कंपनी ने कहा कि उसने मार्केटिंग पर अपना खर्च भी वित्त वर्ष 2019 के 3,408.3 करोड़ रुपये से घटाकर वित्त वर्ष 2021 में 532.5 करोड़ रुपये किया है।
कंपनी ने कहा कि आईपीओ से मिलने वाली पूंजी में से करीब 4,300 करोड़ रुपये कारोबार के विस्तार और पेटीएम के तंत्र को मजबूत बनाने में इस्तेमाल किए जाएंगे। इसके लिए वह विक्रेताओं एवं ग्राहकों को जोड़ेगी और उन्हें साथ में बनाए रखेगी। इसके अलावा 2,000 करोड़ रुपये नए कारोबार के अधिग्रहण में लगाए जाएंगे।