दूरसंचार कंपनियों ने आज 5जी स्पेक्ट्रम बकाये के पहले किस्त का भुगतान किया। दूरसंचार विभाग को 5जी स्पेक्ट्रम बकाया मद में कंपनियों से 17,873 करोड़ रुपये प्राप्त हुए। इसमें से करीब आधी रकम (8,312.4 करोड़ रुपये) का भुगतान भारती एयरटेल ने किया है। उसने चार साल के लिए अग्रिम भुगतान किया ताकि भविष्य के निवेश के लिए नकदी पर कोई बोझ न रहे।
रिलायंस जियो ने 7,864 करोड़ रुपये और वोडाफोन आइडिया ने 1,680 करोड़ रुपये का भुगतान किया। कैप्टिव प्राइवेट नेटवर्क के लिए 5जी स्पेक्ट्रम हासिल करने वाली कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज ने 18 करोड़ रुपये का भुगतान किया।
5जी स्पेक्ट्रम बकाये के पहले किस्त के तौर दूरसंचार कंपनियों द्वारा किया गया भुगतान दूरसंचार विभाग के शुरुआती आकलन के मुकाबले कहीं अधिक है। विभाग के आकलन के अनुसार दूरसंचार कंपनियों को इस मद में 13,365 करोड़ रुपये का भुगतान करना था।
तीनों दूरसंचार सेवा प्रदाताओं और अदाणी समूह ने कुल मिलाकर 1.5 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 51,236 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की खरीदारी की है। रिलायंस जियो ने सबसे अधिक खरीदारी की। उसने 88,078 करोड़ रुपये के 5जी स्पेक्ट्रम खरीदे।
एयरटेल देश भर में वाणिज्यिक तौर पर 5जी सेवा शुरू करने की योजना बना रही है। उसने हालिया 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी के दौरान 43,084 करोड़ रुपये में विभिन्न बैंडों में 19,867 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की खरीदारी की है। इसमें 3.5 गीगाहर्ट्ज, 26 गीगाहर्ट्ज और कुछ निचले एवं मझोले बैंड शामिल हैं।
वोडाफोन आइडिया ने 18,799 करोड़ रुपये मूल्य के 5जी स्पेक्ट्रम की खरीदारी की जबकि अदाणी एंटरप्राइजेज ने 212 करोड़ रुपये के 5जी स्पेक्ट्रम खरीदे। दूरसंचार विभाग के प्रावधानों के अनुसार, कंपनियां 5जी स्पेक्ट्रम के लिए पूर्ण अथवा आंशिक एकमुश्त भुगतान कर सकती हैं। इसके अलावा कंपनियों को बोली मूल्य का भुगतान 7.2 फीसदी ब्याज के साथ 20 वार्षिक किस्तों में करने का भी विकल्प दिया गया है।
एयरटेल ने एक बयान में कहा है कि इस एकमुश्त भुगतान के साथ-साथ स्पेक्ट्रम बकाये पर मोहलत और सकल समायोजित राजस्व (एजीआर) संबंधी भुगतान से भविष्य का नकदी प्रवाह मुक्त होगा। इससे कंपनी को 5जी की तैनाती पर ध्यान केंद्रित करते हुए संसाधनों को उसके लिए समर्पित करने में मदद मिलेगी। पिछले साल भी एयरटेल ने निर्धारित समय-सीमा से काफी पहले 24,333.7 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम बकाये का भुगतान किया था।
भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी गोपाल विट्ठल ने कहा, ‘चार साल के इस अग्रिम भुगतान से हमें 5जी की तैनाती को ठोस तरीके से आगे बढ़ाने के लिए परिचालन नकदी प्रवाह को मुक्त रखने में मदद मिलेगी। एयरटेल को राइट्स इश्यू से भी 15,740.5 करोड़ रुपये हासिल होंगे। ऐसे में हम एक आदर्श स्पेक्ट्रम बैंक, बेहतरीन प्रौद्योगिकी और पर्याप्त नकदी प्रवाह के साथ देश में विश्वस्तरीय 5जी अनुभव प्रदान करने के लिए उत्साहित हैं।’
पिछले सप्ताह वित्तीय नतीजे के बाद विश्लेषकों से बातचीत में विट्ठल ने कहा था कि एयरटेल अगस्त से अपनी 5जी सेवाएं शुरू करने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा था कि उसके बाद देश भर में उसका तेजी से विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा था, ‘हमारा मानना है कि मार्च 2024 तक हम हरेक शहर और प्रमुख ग्रामीण इलाकों को 5जी कवरेज के दायरे में ले आएंगे। वास्तव में देश के 5,000 शहरों में 5जी सेवाओं की शुरुआत के लिए व्यापक नेटवर्क तैयार हो चुका है।’ एयरटेल ने 5जी के लिए एरिक्सन, नोकिया और सैमसंग के साथ नेटवर्क करार किए हैं।
