ट्रैवल टेक्नोलॉजी फर्म ओयो ने कहा है कि उसने 1.5 अरब डॉलर का निर्गम प्रबंधन के लिए जेपी मॉर्गन, सिटी और कोटक महिंद्रा कैपिटल जैसे निवेश बैंकों के साथ बातचीत शुरू की है। इस घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कंपनी द्वारा 14 से 16 अरब डॉलर के मूल्यांकन दायरे में 1.2-1.5 अरब डॉलर की पूंजी जुटाए जाने की संभावना है।
इन सूत्रों का कहना है कि कंपनी द्वारा आगामी महीनों में अपना मसौदा प्रस्ताव सौंपे जाने की संभावना है, क्योंकि वह अपना आईपीओ लाने के लिए पूरी तरह से तैयारी में जुट गई है। ओयो की पैतृक कंपनी ओरेवल स्टेज प्राइवेट लिमिटेड के बोर्ड ने 1 सितंबर को हुई बैठक में कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी मौजूदा 1.17 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 901 करोड़ रुपये किए जाने के लिए मंजूरी दे दी है।
अधिकृत पूंजी वह अधिकतम राशि है जिसे कंपनी किसी भी समय निर्गम के लिए निर्धारित कर सकती है। यह सीमा शेयरधारकों द्वारा तय की जाती है और कंपनी के मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन दस्तावेज में निर्धारित होती है। इस कदम से ओयो को अपने आईपीओ से पहले आगामी पूंजी उगाही में मदद मिल सकती है। आईपीओ से पहले, ओयो ने हाल में माइक्रोसॉफ्ट से ताजा पूंजी जुटाई है।
जुलाई में वह टर्म बी लोन (टीएलबी) विकल्प के जरिये वैश्विक संस्थागत निवेशकों से 66 करोड़ डॉलर जुटाने वाली पहली भारतीय स्टार्टअप बन गई। इन निवेशमों में फिडेलिटी इन्वेस्टमेंट्स भी शामिल थी। इसके अलावा कंपनी अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज और फिच द्वारा रेटिंग हासिल करने वाली पहली भारतीय स्टार्टअप भी बन गई।