वित्तीय सेवा प्रदाता श्रीराम गु्रप के संस्थापक आर त्यागराजन ने ट्रस्ट रूट के जरिये मंगलवार को एक उत्तराधिकार योजना का ऐलान किया और श्रीराम ओनरशिप ट्रस्ट (एसओटी) संचालित करने के लिए प्रबंधन बोर्ड नियुक्त किया।
श्रीराम गु्रप का प्रवर्तन अधिकार एसओटी को स्थानांतरित कर दिया गया है। ट्रस्ट के नए चार सदस्यीय प्रबंधन बोर्ड द्वारा समूह का व्यवसाय चलाया जाएगा। त्यागराजन ने कहा है कि वह प्रबंधन के नए बोर्ड के मार्गदर्शक की जिम्मेदारी आगे भी संभालते रहेंगे।
एसओटी द्वारा नियुक्त बोर्ड में श्रीराम कैपिटल के प्रबंध निदेशक डी वी रवि, श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनैंस के प्रबंध निदेशक उमेश रेवांकर, श्रीराम जनरल इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक जसमीत गुजराल और श्रीराम सिटी यूनियन फाइनैंस के पूर्व प्रबंध निदेशक आर दुरुवासन शामिल हैं।
खबरों के अनुसार, एसओटी की समूह कंपनी श्रीराम कैपिटल में करीब 30 प्रतिशत हिस्सेदारी है। त्यागराजन ने कहा, ‘कोई व्यक्ति हमारे जैसे बड़े समूह का प्रबंधन नहीं कर सकता। इसके लिए विभिन्न कौशल वाले लोगों की जरूरत होती है, जो समूह के विजन और रणनीति को आगे बढ़ाने में सहयोग प्रदान कर सकें। मेरा मानना है कि श्रीराम गु्रप के प्रवर्तक के तौर पर एसओटी का प्रबंधन करने वाली नेतृत्व टीम गठित की गई है।’ रिपोर्टों के अनुसार, कंपनी नए बोर्ड को समानता की टीम के तौर पर पेश करना चाहती है और इसलिए चेयरमैन की नियुक्ति नहीं की गई। इसके बाद, बदलाव और पुनर्गठन की प्रक्रिया आगामी महीनों में शुरू की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हालांकि श्रीराम की उत्तराधिकार योजना को लेकर कई तरह की आशंकाएं थीं, लेकिन समूह इसे लेकर स्पष्ट था कि श्रीराम गु्रप में प्रवर्तक हिस्सेदारी उसके मौजूदा और आगामी दिग्गजों के स्वामित्व में होगी। समूह ने एक प्राइवेट डिस्क्रेशनरी सक्सेशन प्लान के तहत 2006 में भी सक्सेशन प्लान के दीर्घावधि दृष्टिकोण के साथ एसओटी का गठन किया था। उन्होंने कहा, ‘विभिन्न कौशल वाले लोग समूह के विजन और रणनीति को आगे बढ़ाएंगे। एसओटी के बोर्ड ने लगातार अपनी नेतृत्व टीम के प्रदर्शन का लगातार आकलन किया है।’
प्रबंधन बोर्ड व्यक्तिगत इकाइयों और समूह की दीर्घावधि रणनीति तय करने और उनके क्रियान्वयन पर नजर रखने की जिम्मेदारी संभालेगा। बोर्ड के सदस्य उन कई जरूरी क्षेत्रों का प्रबंधन करेंगे जो सभी इकाइयों में समूह को प्रभावित करते हैं और यह जरूरी नहीं है कि यह प्रबंधन किसी एक खास इकाई तक सीमित होगा।
प्रबंधन बोर्ड सभी परिचालन इकाइयों को समूह के ग्राहक संपर्क मॉडल को मजबूत बनाने में भी मदद करेगा। उन्होंने कहा, ‘श्रीराम कैपिटल में अपने भागीदारों सनलैम, पीईएल और टीपीजी के साथ भागीदारी से समूह की वृद्घि और अगले चरण की वृद्घि को ताकत मिलेगी।’
श्रीराम कैपिटल के डी वी रवि ने कहा, ‘हम समूह में प्रबंधन बोर्ड की जिम्मेदारी निभाने के लिए उत्साहित हैं। सभी उधारी और बीमा व्यवसायों से जुडी हमारी परिचालन कंपनियां आकार में तेजी से बढ़ी हैं और उनमें व्यापक क्षमताएं एवं अवसर मौजूद हैं।’
