कैब एग्रीगेटर ओला के मुख्य कार्याधिकारी भवीश अग्रवाल ने कहा है कि कंपनी का सकल वाणिज्य मूल्य (जीएमवी) गत 31 अगस्त को समाप्त सप्ताह में कोविड महामारी से पहले के स्तर पर पहुंच गया। अग्रवाल ने कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर से हुई रिकवरी पिछले साल आई पहली लहर की तुलना में तिगुना तीव्र रही है। अग्रवाल ने अपने ट्वीट में कहा, ‘भारत फिर से आने-जाने लगा है। ओला कैब का जीएमवी पिछले हफ्ते कोविड से पहले के स्तर पर पहुंच गया।’
ओला के संस्थापक अग्रवाल ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में पहली बार 1 करोड़ लोगों ने ओला कैब का इस्तेमाल किया था। महामारी के दौरान संक्रमण से सुरक्षा के लिए लोग आवागमन के लिए सार्वजनिक साधनों के बजाय निजी या साझा वाहनों का इस्तेमाल करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि तमाम लोग वाहन सेवाओं का इस्तेमाल करना पसंद कर रहे हैं जिससे ओला का ऑटो कारोबार कोविड-पूर्व के करीब 150 फीसदी स्तर पर जा पहुंचा है।
उन्होंने कहा कि ओला अपनी सवारियों के लिए सफर को सुरक्षित रखने पर खास ध्यान दे रही है। इसके लिए ओला प्लेटफॉर्म से जुड़े 3 लाख से ज्यादा ड्राइवरों को कोविड टीके लगवाए गए हैं और जल्द ही सभी ड्राइवरों को टीकाकरण का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ओला नए ड्राइवरों को अपने साथ जोडऩे, नए शहरों में सेवाएं देने और नए उत्पादों के निर्माण में लगी हुई है ताकि महामारी के बाद की आवागमन जरूरतों को पूरा किया जा सके।
पिछले साल मई में ओला ने 1,400 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की थी जो उसके कुल कर्मचारियों का करीब एक-तिहाई था। उस समय प्रतिस्पर्धी कंपनी उबर ने भी 3,000 नौकरियां कम करने की बात कही थी। इस साल जनवरी तक दोनों कैब एग्रीगेटरों ने करीब आधा कारोबार फिर से रिकवर कर लिया था।