अमेरिकी चिप निर्माता क्वालकॉम ने हाल में पेश इलेक्ट्रिक स्कूटरों को सक्षम बनाने के लिए ओला इलेक्ट्रिक के साथ समझौता किया है। क्वालकॉम 4जी कनेक्टेड ऑक्टा कोर एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म मुहैया करा रही है जो पावर सेविंग सॉफ्टवेयर के साथ कनेक्टिविटी, कम्प्यूटिंग क्षमताएं प्रदान करता है। ओला के एक अधिकारी ने हालांकि इन चिप के इस्तेमाल की पुष्टिï की है, लेकिन इस बारे में ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया।
अन्य कंपनियां भी भारत में इलेक्ट्रिक वाहन पेशकश में शामिल हो रही हैं। अमेरिकी चिप निर्माता एनएक्सपी सेमीकंडक्टर्स, तकनीकी कंपनियां टाटा टेक्नोलॉजी और केपीआईटी टेक्नोलॉजीज, वैश्विक ई-सिम निर्माता आईडीईएमआईए और वाहन कलपुर्जा निर्माता सोना कॉमस्टार इलेक्टिश्क वाहन निर्माताओं को कई तरह के कलपुर्जे, सॉफ्टवेयर और इंटिग्रेशन तकनीक मुहैया करा रही हैं।
भारत में एनएक्सपी सेमीकंडक्टर्स के प्रबंध निदेशक संजय गुप्ता ने कहा कि एनएक्सपी सभी प्रमुख वाहन निर्माताओं के साथ मिलकर काम कर रही है। उन्होंने कहा, ‘हम जिन मुख्य क्षेत्रों पर ध्यान दे रहे हैं, उनमें बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम्स, सुपर-चार्जिंग इकोसिस्टम, डिस्पले और कनेक्टिविटी मुख्य रूप से शामिल हैं।’
इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में चिप कंपनियों की महत्ता को अंदाजा जरूरी चिपों की संख्या से लगाया जा सकता है। गुप्ता कहते हैं कि इलेक्ट्रिक दोपहिया के लिए विभिन्न कार्य प्रदर्शन के लिए करीब 15-20 माइक्रो चिप और सेंसरों की जरूरत होती है। कारों में यह संख्या 120-150 तक हो सकती है।
उदाहरण के लिए, टाटा टेक्नोलॉजीज इस क्षेत्र में टाटा मोटर्स के साथ साथ जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) के साथ मिलकर काम कर रही है। एक अधिकारी ने इस भागीदारी की पुष्टिï करते हुए कहा, ‘हालांकि हम खास जानकारी साझा नहीं कर सकते, लेकिन हम उनके कई वाहन कार्यक्रमों में टाटा मोटर्स और जेएलआर के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’
टाटा टेक्नोलॉजीज ने टाटा रैपिड कनेक्टेड एनवायरनमेंट का भी निर्माण किया है, नए जमाने के कनेक्टेड वाहनों के लिए इंटरनेट ऑऊ थिंग्स प्लेटफॉर्म है। भारतीय आईसीई कलपुर्जा विक्रेता भी इलेक्ट्रिक वाहन संबंधित जरूरतें पूरी करने के लिए अपने व्यवसाय में विविधता ला रहे हैं और इस क्षेत्र में मुख्य कार्य है इलेक्ट्रिक मोटर का निर्माण। बैटरियों के बाद, यह बेहद महंगा कलपुर्जा है।
सोना कॉमस्टार भी दो और तिपहिया के लिए इलेक्ट्रिक मोटर तैयार करने की दिशा में काम कर रही है।