राइडिंग सेवा फर्म की इलेक्ट्रिक वाहन शाखा ओला इलेक्ट्रिक अपना परिचालन केंद्रीकृत कर रही है और पुनर्गठन की कवायद कर रही है। सॉफ्टबैंक समर्थित इस फर्म ने कहा कि इसका उद्देश्य निष्क्रिय श्रमबल को कम करना और एक ऐसी मजबूत सक्रिय संरचना का निर्माण करना है जो प्रासंगिक भूमिकाओं और कार्यों को मजबूत करे।
भावीश अग्रवाल के नेतृत्व वाली कंपनी के पास फिलहाल राइडिंग सेवा प्लेटफॉर्म और ओला इलेक्ट्रिक में लगभग 2,000 इंजीनियर हैं और फर्म का कहना है कि इसका लक्ष्य अगले 18 महीनों में अपने इंजीनियरिंग प्रतिभा समूह को बढ़ाकर 5,000 करना है। अलबत्ता सूत्रों के अनुसार इस पुनर्गठन कवायद के तहत कंपनी अपने 2,000 इंजीनियरों में से 10 प्रतिशत या करीब 200 लोगों की छंटनी कर रही है। कुल मिलाकर समूह स्तर पर कंपनी के पास तकरीबन 10,000 कर्मचारी हैं।
ओला इलेक्ट्रिक ने इस बात की पुष्टि की है कि वह पुनर्गठन कवायद कर रही है, लेकिन कंपनी ने इस बात का उल्लेख करने से इनकार कर दिया कि इस प्रक्रिया के तहत कितने लोगों की छंटनी की जा रही है। ओला इलेक्ट्रिक ने कहा कि वह इंजीनियरिंग और आरऐंडडी क्षमताओं के निर्माण पर पुख्ता ध्यान देते हुए गैर-सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग क्षेत्र पर अपना ध्यान बढ़ा रही है। यह वाहन, सेल, बैटरी, विनिर्माण और स्वचालन और स्वायत्त इंजीनियरिंग पर होगा।
कंपनी ने कहा कि उसका ध्यान वर्टीकल इंटीग्रेटेड कंपनी होने पर है। यह सभी कार्यों में सामान्य क्षमताओं और तालमेल के संबंध में विकास कर रही है क्योंकि इससे दोपहिया, चार पहिया वाहनों, सेल अनुसंधान एवं विकास और विनिर्माण इसकी भूमिका को मजबूती मिलेगी।
कंपनी ने कहा कि इन प्रयासों के मद्देनजर कंपनी परिचालन केंद्रीकृत कर रही है और पुनर्गठन की कवायद कर रही है।
ओला इलेक्ट्रिक ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह ओला फ्यूचरफैक्ट्री की ईवी केंद्र के रूप में परिकल्पना कर रही है।
