सरकारी बिजली उत्पादन कंपनी एनटीपीसी की पूर्ण अनुषंगी इकाई एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (एनटीपीसी-आरईएल) ने 500 करोड़ रुपये के लिए पहला हरित सावधि ऋण समझौता किया है।
यह ऋण समझौता बैंक ऑफ इंडिया के साथ प्रतिस्पर्धी दर पर 15 साल के लिए किया गया है, जिस पर 29 सितंबर, 2021 को हस्ताक्षर किया गया। यह कर्ज राजस्थान में 470 मेगावॉट की सौर परियोजना तथा गुजरात में 200 मेगावॉट की सौर परियोजना के लिए है। कंपनी ने एक बयान में यह जानकारी दी।
एनटीपीसी आरईएल के पास फिलहाल 3,450 मेगावॉट की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं हैं। इसमें से 820 मेगावॉट क्षमता की परियोजनाएं निर्माणधीन हैं। जबकि 2,630 मेगावॉट क्षमता की परियोजनाएं कंपनी ने हासिल की है। इन परियोजनाओं के लिए बिजली खरीद समझौते (पीपीए) अभी लंबित हैं।
एनटीपीसी ने अक्टूबर 2020 में अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए अपनी पूर्ण अनुषंगी इकाई का गठन किया था। हाल ही में एनटीपीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने कहा था कि वे जल्द ही इस इकाई को सूचीबद्ध कराएंगे।
उन्होंने कहा था, ‘हम धन जुटाने के एक तरीके पर ध्यान केंद्रित नहीं करेंगे। हम धन जुटाने के लिए जल्द जनता के बीच जाना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा कि कंपनी हर साल 7-8 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा क्षमता जोड़ेगी। सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं के अलावा एनटीपीसी ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन मेथनॉल में भी निवेश पर विचार कर रही है।
