प्रमुख मोबाइल फोन निर्माता कंपनी नोकिया लागत में दिनोंदिन हो रहे इजाफे की वजह से अपने हैंडसेटों की कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती है।
दरअसल,लागत में इजाफे की सबसे बड़ी वजह विनिमय दरों में मची उठा-पटक है। इन सबके बीच कंपनी ने पांच नए मोबाइल हैंडसेट भी बाजार में उतारे हैं। उभरते हुए बाजारों को ध्यान में रखकर बनाए गए इन हैंडसेटों की कीमतें काफी कम रखी गईं हैं।
नोकिया इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (मार्केटिंग) डी शिवकुमार ने बुधवार को बताया,’हम कीमतों में बढ़ोतरी करने संबंधी मुद्दे पर विचार कर रहे हैं। मोबाइल फोन की कीमतों में यह इजाफा सिर्फ एक-दो मुल्कों में नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में होगा।’ उन्होंने उत्पाद की कीमतों में बढ़ोतरी किए जाने की समय अवधि के बारे में कुछ नहीं बताया।
नोकिया अपने 60 फीसदी कलपुर्जें चीन एवं ताइवान से आयात करती है। कंपनी अपनी बिक्री को बढ़ाने के लिए नए बाजारों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। विकसित बाजार में हैंडसेट कारोबार की अब कोई ज्यादा गुंजाइश नहीं है।
दूसरी तरफ दुनिया भर में फैली आर्थिक मंदी से मोबाइल हैंडसेट निर्माता कंपनी भी अछूती नहीं हैं। लागत में बचत करने के लिए नोकिया का कहना है कि वह करीब 600 कर्मचारियों की छंटनी करेगी। कंपनी ने कहा, ‘2008 में नोकिया का पुनर्गठन शुरू होने के बाद नोकिया ने अब अपनी बाजार इकाई में बिक्री और मार्केटिंग में और परिवर्तन करने की योजना बनाई है।’