हालिया एफपीआई विवाद पर चुप्पी तोड़ते हुए अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने आज कहा कि इस विवाद के कारण ही अदाणी समूह की कंपनियों के शेयर कीमतों में अप्रत्याशित उतारचढ़ाव देखने को मिलाी, जिससे छोटे निवेशकों को झटका लगा जबकि कंपनियों के पास एफपीआई निवेश या उनके डिस्क्लोजर पर नियंत्रण की कोई नियामकीय शक्तियां नहीं है।
सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए अदाणी ने बताया कि समूह अपने निवेशों को कैसे देखता है। अदाणी ने कहा, हम पीढिय़ों से इक्विटीधारक हैं। हम अपने साझेदारों, अल्पांश निवेशकों और खुद के लिए लंबी अवधि की स्थायी कीमत सृजित करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
अदाणी ने कहा, हाल में मीडिया के एक वर्ग ने नियामकों की प्रशासनिक कार्यवाही से संबंधित खबरें दी, जिसके कारण शेयर कीमतों में काफी तेज गिरावट आई। उन्होंने कहा, इससे अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों की बाजार कीमत में अप्रत्याशित उतारचढ़ाव हुआ। दुर्भाग्य से हमारे छोटे निवेशक इससे प्रभावित हुए। उन पर इसलिए असर पड़ा कि कुछ टिप्पणीकारों व पत्रकारों ने बताया कि कंपनिोयं के पास उनके शेयरधारकों को लेकर नियामकीय शक्तियां होती हैं और कंपनी खुलासे के लिए बाध्य कर सकती है। उन्होंने मीडिया की खबरों का हवाला देते हुए कहा कि मॉरीशस के कुछ एफपीआई की तरफ से किए गए निवेश को एनएसडीएल ने नियामकीय वजहों से जब्त किया था। इसके कारण अदाणी समूह के शेयरोंं में शुरुआत में गिरावट आई, लेकिन एनएसडीएल की तरफ से इस तरह की जब्ती का खंडन किए जाने के बाद शेयरोंं में सुधार आया।
अदाणी ने कहा, लंबी अवधि में इस तरह के बदलाव का हम पर असर नहीं होगा। हम हमेशा से ही आत्मविश्वास वाला संगठन रहे हैं, जिसने उन चुनौतियोंं का सामना किया है जो कुछ ही उठाने का साहस करते हैं या जिसकी कुछ ही लोग कल्पना कर सकते हैं। हर चुनौती ने हमें और मजबूत व बेहतर बनाया है। इससे पहले उन्होंने अदाणी समूह की कंपनियों के बाजार पूंजीकरण की ओर ध्यान खींचा, जो अप्रैल के पहले दो हफ्ते में 100 अरब डॉलर के पार चला गया था। सोमवार को कंपनी का बाजार पूंजीकरण 95.3 अरब डॉलर था।
समूह की कंपनियों के प्रदर्शन का ब्योरा देते हुए कहा कि सूचीबद्ध पोर्टफोलियो का एकीकृत एबिटा वित्त वर्ष 21 में 32,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा, जो एक साल पहले के मुकाबले 22 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाता है। उन्होंने कहा, अदाणी के सभी शेयरों ने 100 फीसीद से ज्यादा रिटर्न सृजित किया औ्र हमारे कारोबारों ने सुनिश्चित किया है कि हमने आपको यानी अपने इक्विटी शेयरधारकों को करीब 9,500 करोड़ रुपये लौटाया। सालाना आधार पर यह कर पश्चात लाभ में 166 फीसदी की बढ़ोतरी है।
