जुलाई में जीवन बीमा कंपनियों के नए बिजनेस प्रीमियम (एनबीपी) में 2 अंकों के संकुचन के बाद अगस्त महीने में एनबीपी में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 24 जीवन बीमाकर्ताओं में निजी बीमाकर्ताओं का प्रदर्शन शानदार रहा है।
जुलाई में जीवन बीमा कंपनियों ने एनबीपी में पिछले साल की समान अवधि में 11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की थी, वहीं जून में एनबीपी में 7.53 प्रतिशत वृद्धि हुई है जबकि कोरोना की दूसरी लहर के कारण मई में एनबीपी में गिरावट आई थी।
अगस्त महीने में जीवन बीमा उद्योग का एनबीपी 27,820.74 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 2.88 प्रतिशत ज्यादा है। हालांकि इस दौरान बीमा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के एनबीपी में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 3.8 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई है वहीं इस महीने में निजी क्षेत्र की बीमा कंपनियों के एनबीपी में 21 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।
एनबीपी वह प्रीमियम होता है, जो एक खास वर्ष में नए कारोबार से आता है। निजी क्षेत्र की 23 बीमा कंपनियों का एनबीपी अगस्त, 2021 में 8,859.97 करोड़ रुपये रहा है, जबकि अगस्त, 2020 में यह 7,325.58 करोड़ रुपये और अगस्त, 2019 में 6,440.65 करोड़ रुपये था। वहीं दूसरी तरफ एलआईसी का एनबीपी अगस्त, 2021 में 18,960.77 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल की समान अवधि में 18,960.77 करोड़ रुपये और अगस्त, 2019 में 17,114.32 करोड़ रुपये था।
प्रमुख निजी बीमाकर्ताओं में एचडीएफसी लाइफ के एनबीपी में 6 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि एसबीआई लाइफ, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल और मैक्स लाइफ के एनबीपी में क्रमश: 23.9 प्रतिशत, 43 प्रतिशत और 16.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
अगर महामारी के पहले की स्थिति (अगस्त, 2019) से तुलना करें तो जीवन बीमा उद्योग के एनबीपी में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।